वृत्ति किसे कहते हैं? वृत्ति का अर्थ, भेद एवं उदाहरण

नमस्कार आज हम हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण अध्याय में से एक वृत्ति(Vritti) के बारे में अध्ययन करेंगे। इस अध्ययन के दौरान हम इस अध्याय से जुड़े विभिन्न सवालों के जवाब के बारे में अध्ययन करेंगे जैसे वृत्ति किसे कहते हैं? वृत्ति का अर्थ, भेद एवं उदाहरण इत्यादि के बारे में चर्चा करेंगे। आप जानकर हैरान होंगे की यह अध्याय परीक्षा की दृष्टि से अतिमहत्वपूर्ण है। जिसके बारे में आप यहां जानेंगे की किस प्रकार से यह हिंदी व्याकरण का सामान्य सा दीखता अध्याय आपकी विभिन्न परीक्षा में एक महत्वपूर्ण सहयोग करता है। तो आइये शुरू करते है।

वृत्ति का अर्थ

‘वृत्ति’ शब्द  अंग्रेजी के Mood का हिन्दी पर्याय है।

हिन्दी में वृत्ति का शाब्दिक अर्थ होता है– ‘मन: स्थिति’।

इसे ‘क्रियार्थ’ और ‘अर्थ’ भी कहते हैं।

वक्ता जो कुछ भी कहता है, वह मन: स्थिति अर्थात् मन में उत्पन्न भाव-विचार के अनुसार कहता है।

अत: वृत्ति का लक्षण हुआ– क्रिया के जिस रूप से वक्ता की वृत्ति अथवा मन: स्थिति का बोध होता है, उसे वृत्ति या क्रियार्थ कहते हैं।

वृत्ति किसे कहते हैं?

क्रिया का अर्थ (क्रियार्थ)। क्रिया का भाव, रीति, क्रिया की अवस्था, क्रिया का प्रयोजन अर्थात् वृत्ति से ही यह ज्ञात होता है कि वाक्य में प्रयुक्त कर्ता की (वक्ता की) मन:स्थिति में अनुरोध, आदेश, निश्चय, संदेह, संभावना इत्यादि में से कौन-सा भाव है?

क्रिया शब्द के अनेक अर्थ या भाव हो सकते हैं, किन्तु वृत्ति ही यह बोध कराती है कि वाक्य में प्रयुक्त क्रिया के पीछे वक्ता या लेखक के कहने का प्रयोजन क्या है?

वृत्ति की परिभाषा

किसी वाक्य में प्रयुक्त क्रिया ही कर्ता/वक्ता के कथन, सन्दर्भ, आशय, मन्तव्य एवं अर्थ को स्पष्ट करती हैं, क्रिया का यही रूप वृत्ति कहलाता है।

वृत्ति के भेद

वृत्ति के भेद को लेकर विभिन्न मतभेद है, मुख्य रूप से वृत्ति के पाँच भेद माने गए हैं।

1. विध्यर्थ (आज्ञार्थ) वृत्ति

2. निश्चयार्थ वृत्ति  

3. संभावनार्थ वृत्ति     

4. संदेहार्थ वृत्ति   

5. संकेतार्थवृत्ति

1. विध्यर्थ (आज्ञार्थ) वृत्ति– विध्यर्थ का अर्थ है– विधि संबंधी तात्पर्य। क्रिया के जिस रूप से कहने वाले अथवा लिखने वाले की आज्ञा, आदेश, प्रार्थना, इच्छा का बोध होता है, उसे ‘विध्यर्थ वृत्ति’ कहते है; जैसे–

तुम विद्यालय जाओ (आज्ञा)।

तुम घर से बाहर निकलो (आदेश)।

क्या मैं जाऊँ (प्रार्थना)।

भगवान तुम्हारा भला करें (इच्छा)।

2. निश्चयार्थ वृत्ति– क्रिया के जिस रूप से किसी कार्य के होने की निश्चितता या प्रश्न का बोध होता है, उसे ‘निश्चयार्थ वृत्ति’ कहते है; जैसे–

लड़का विद्यालय जाता है।

शिक्षक महोदय बच्चों को पढ़ाते हैं।

मनोहर दूध पी रहा है।

वह कल जयपुर जाएगा।

क्या तुम कल जाओगे?

राम बाजार जा रहा है।

3. संभावनार्थ वृत्ति– क्रिया के जिस रूप से भविष्य में किसी कार्य के होने की संभावना, आशीर्वाद आदि का बोध होता है, उसे ‘संभावनार्थ वृ़त्ति’ कहते है; जैसे–

सदा सुहागन रहो।

शायद आज आँधी आए। 

शायद आज वर्षा हो।

लगता है इस वर्ष खूब वर्षा होगी।

संभवत: वह यहाँ आ जाए।

शाम को बारिश हो सकती है। 

प्रेम का चयन हो सकता है।   

4. संदेहार्थ वृत्ति– क्रिया के जिस रूप से कार्य के होने या न होने में संदेह प्रकट हो, उसे ‘संदेहार्थ वृत्ति’ कहते हैं; जैसे–

वह पढ़ता होगा।

हेमा ने खाना बना लिया होगा।

माँ भजन गा रही होगी।

दीपिका सो रही होगी।

अशोक ने पत्र लिखा होगा।   

डाकिया चिट्टी लाया होगा।

बालक खेलने गया होगा। 

बच्चों का खेल खत्म हो चुका होगा।

5.   संकेतार्थ वृत्ति– ऐसी दो घटनाएँ होती है, जिनमें एक क्रिया का पूरा होना किसी दूसरी क्रिया पर निर्भर हो, उसे ‘संकेतार्थ वृत्ति’ कहते है; जैसे–

अगर पानी नहीं बरसा, तो बाग में फूल नहीं खिलेंगे।

यदि वह कठिन परिश्रम करता, तो अवश्य उत्तीर्ण होता।

यदि वह पढ़ता तो अवश्य सफल होता।

आप आते तो मैं चलता।

छुट्टी होती तो हम घूमने जाते।

वह अध्ययन करता तो लिख पाता।

अन्य अध्ययन सामग्री

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महत्वपूर्ण प्रश्न

वृत्ति शब्द का अर्थ क्या है?

‘वृत्ति’ शब्द  अंग्रेजी के Mood का हिन्दी पर्याय है।
हिन्दी में वृत्ति का शाब्दिक अर्थ होता है– ‘मन: स्थिति’।
इसे ‘क्रियार्थ’ और ‘अर्थ’ भी कहते हैं।

वृत्ति का उदाहरण क्या है?

वास, शीतनिद्रा, खाना, पीना और सोना

वृत्ति से सम्बंधित महत्वपूर्ण MCQ

Q.1‘यदि तुम पढ़ते तो पास हो जाते।’ वाक्य किस वृत्ति का उदाहरण है?

1
संकेतार्थक वृत्ति

2
प्रश्नार्थक वृत्ति

3
निश्चयार्थ वृत्ति

4
बाध्यतासूचक वृत्ति

Q.2‘इस बार गर्मी पड़ेगी क्या?’ वाक्य है–

1
सामर्थ्य सूचक वृत्ति

2
प्रश्नार्थक वृत्ति

3
संकेतार्थक वृत्ति

4
उपर्युक्त में से कोई नहीं

Q.3‘मेरा भाई बहुत मेहनती है।’ वाक्य में कौन-सी वृत्ति प्रयुक्त हुई है?

1
संकेतार्थक वृत्ति

2
बाध्यतासूचक वृत्ति

3
निश्चयार्थ वृत्ति

4
प्रश्नार्थक वृत्ति

Q.4‘मुझे उसकी हर बात माननी पड़ती है।’ वाक्य में वृत्ति है–

1
निश्चयार्थ वृत्ति

2
सामर्थ्यसूचक वृत्ति

3
संकेतार्थक वृत्ति

4
बाध्यतासूचक वृत्ति

Q.5‘श्याम अब स्वयं चल सकता है।’ वाक्य किस वृत्ति का उदाहरण है?

1
सामर्थ्यसूचक वृत्ति

2
संभावनार्थक वृत्ति

3
इच्छार्थक वृत्ति

4
आज्ञार्थक वृत्ति

Q.6‘नरेश का कल ऑपरेशन हो सकता है।’ वाक्य है–

1
आज्ञार्थक वृत्ति

2
संभावनार्थक वृत्ति

3
संकेतार्थक वृत्ति

4
उपर्युक्त में से कोई नहीं

Q.7‘ईश्वर सबका भला करे।’ वाक्य में कौन-सी वृत्ति प्रयुक्त हुई है?

1
निश्चयार्थ वृत्ति

2
प्रश्नार्थक वृत्ति

3
इच्छार्थक वृत्ति

4
आज्ञार्थक वृत्ति

Q.8‘शाम को घर चले जाना।’ वाक्य में वृत्ति है–

1
सामर्थ्यसूचक वृत्ति

2
संभावनार्थक वृत्ति

3
संकेतार्थक वृत्ति

4
आज्ञार्थक वृत्ति

Q.9‘छुट्‌टी होती तो हम घर चलते।’ वाक्य किस वृत्ति का उदाहरण है?

1
संकेतार्थक वृत्ति

2
प्रश्नार्थक वृत्ति

3
निश्चयार्थ वृत्ति

4
बाध्यतासूचक वृत्ति

Q.10‘आपका जन्मदिन कब है?’ वाक्य है–

1
सामर्थ्य सूचक वृत्ति

2
प्रश्नार्थक वृत्ति

3
संकेतार्थक वृत्ति

4
उपर्युक्त में से कोई नहीं

Q.11‘अब सवारी नहीं मिलेगी।’ वाक्य में कौन-सी वृत्ति प्रयुक्त हुई है?

1
संकेतार्थक वृत्ति

2
बाध्यतासूचक वृत्ति

3
निश्चयार्थ वृत्ति

4
प्रश्नार्थक वृत्ति

Q.12‘मुझे तो अब बाहर जाना ही होगा।’ वाक्य में वृत्ति है–

1
निश्चयार्थ वृत्ति

2
सामर्थ्यसूचक वृत्ति

3
संकेतार्थक वृत्ति

4
बाध्यतासूचक वृत्ति

Q.13 ‘वह खाना बना सकती है।’ वाक्य किस वृत्ति का उदाहरण है?

1
सामर्थ्यसूचक वृत्ति

2
संभावनार्थक वृत्ति

3
इच्छार्थक वृत्ति

4
आज्ञार्थक वृत्ति

Q.14‘शायद आज बारिश आए।’ वाक्य है–

1
आज्ञार्थक वृत्ति

2
संभावनार्थक वृत्ति

3
संकेतार्थक वृत्ति

4
उपर्युक्त में से कोई नहीं

Q.15‘मैं चाहती हूँ कि जल्दी से तुम्हारी नौकरी लग जाए।’ वाक्य में कौन-सी वृत्ति प्रयुक्त हुई है?

1
निश्चयार्थ वृत्ति

2
प्रश्नार्थक वृत्ति

3
इच्छार्थक वृत्ति

4
आज्ञार्थक वृत्ति

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