नमस्कार आज हम भारतीय भूगोल के महत्वपूर्ण अध्याय “भारत के प्रमुख खनिज संसाधन Major Minerals in India in Hindi” के बारे में अध्ययन करेंगे। इस अध्ययन के दौरान हम भारत के प्रमुख खनिज संसाधन से जुड़े विभिन पहलुओं की और प्रकाश डालेंगे। भारत के खनिज संसाधन pdf, Quiz, Map के साथ और भी अन्य जरुरी चीजे दी गयी है जिनसे आपकी भारत के प्रमुख खनिज संसाधन के विषय में सम्पूर्ण ज्ञान की प्राप्ति हो सके। तो आइये चलिए शुरू करते हैं भारत के खनिज संसाधन का अध्ययन।
खनिज किसे कहते हैं?
खनिज पदार्थ प्राकृतिक रूप से निकलने वाला वह पदार्थ है, जिसकी अपनी भौतिक विशेषताएँ होती हैं और जिसकी प्रकृति को रासायनिक गुणों द्वारा व्यक्त किया जा सकता है।
भारत के प्रमुख खनिज संसाधन
भारत के प्रमुख खनिज संसाधन भारत में खनिजों का सकेन्द्रण कुछ निश्चित पेटियों में पाया जाता है।
1.झारखंड, ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल की पेटी– यह पेटी इन राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्र में फैली हुई है। इस क्षेत्र में कोयला, लौह-अयस्क, ताँबा, मैंग्नीज एवं अभ्रक के काफी बड़े भंडार है।
2.मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश/तेलंगाना एवं महाराष्ट्र की पेटी– इस क्षेत्र में मैंग्नीज, बॉक्साइट, हीरा, चूना पत्थर, डोलामाइट, एस्बेस्ट्रस, ग्रेफाइट, ताँबा, कोयला आदि खनिजों की प्रधानता है।
3.कर्नाटक, तमिलनाडु, दक्षिणी आंध्र प्रदेश की पेटी – इस पेटी में सोना, लौह-अयस्क, चूना पत्थर, जिप्सम, मैंग्नीज , लिग्नाइट, बॉक्साइट आदि खनिज पाए जाते हैं।
4.राजस्थान गुजरात की पेटी- इस पेटी में पेट्रोलियम, ताँबा, जस्ता,सीसा, यूरेनियम, अभ्रक, नमक, लिग्नाइट,संगमरमर, चूना पत्थर आदि खनिजों की बहुलता है।
भारत के प्रमुख खनिज संसाधन का वर्गीकरण
मोटे तौर पर भारत के प्रमुख खनिज संसाधन को चार भागों में विभाजित किया जा सकता है-
1. ईंधन खनिज (Fuel Mineral) – कोयला, लिग्नाइट, कच्चा तेल एवं प्राकृतिक गैस।
2.धात्विक खनिज (Metallic Minerals) – बॉक्साइट, लौह-अयस्क, ताम्र अयस्क, मैंग्नीज आदि।
3.अधात्विक खनिज (Non-Metallic Minerals) – बेराइट्स, एपेटाइट, एंडुलासाइट, कायनाइट आदि।
4. लघु खनिज (Minor Minerals) – मिट्टी, ईंट, कंकड़, भवन निर्माण, कायनाइट इत्यादि।
– राष्ट्रीय खनिज नीति, 2019 (NMP, 2019)
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 28 फरवरी, 2019 को राष्ट्रीय खनिज नीति को मंजूरी दी, उस नीति में प्रस्तावित किया गया है, कि खनन गतिविधि को उद्योग का दर्जा दिया जाता है।
– NMP 2019 का उद्देश्य निजी निवेश को आकर्षित करना है। इसके लिए प्रोत्साहन देने की व्यवस्था की गई है। नई नीति में भारत के प्रमुख खनिज संसाधन के परिवहन को सुविधाजनक बनाने के लिए समर्पित खनिज कॉरिडोर बनाने का उल्लेख किया गया है।
– राष्ट्रीय खान व खनिज सम्मेलन (NSMM)
खान मंत्रालय ने 13 जुलाई, 2018 को मध्यप्रदेश के इंदौर में चौथे राष्ट्रीय खान व खनिज सम्मेलन का आयोजन किया, तीसरा सम्मेलन नई दिल्ली में 20 मार्च, 2018 को आयोजित किया गया था।
– नमस्या (नाल्को सूक्ष्म, लघु उद्यम योगायोग अनुप्रयोग)
नाल्को द्वारा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए लॉन्च किया गया मोबाइल एप्प।
– खनन निगरानी प्रणाली (MSS)
खनन निगरानी प्रणाली (MSS) एक सेटेलाइट आधारित निगरानी व्यवस्था है, जिससे रिमोट संवेदी खोज तकनीक के जरिए भारत के प्रमुख खनिज संसाधन के अवैध खनन को रोका जा सकता है। (MSS) के लिए 24 जनवरी, 2017 को गाँधीनगर, गुजरात में एक मोबाइल एप्प का शुभारंभ किया गया।
लौह-अयस्क खनिज Iron Ore Minerals
यह भारत के प्रमुख खनिज संसाधन में से एक हैं।
भारत में एशिया का विशालतम लौह – अयस्क संरक्षित हमारे यहाँ चार प्रकार के लौह-अयस्क पाए जाते हैं-
1. मैग्नेटाइट
2. हेमेटाइट
3. लिमोनाइट
4. सिडेराइट
– भारत में मुख्यत: हेमेटाइट व मैग्नेटाइट किस्म का लोहा पाया जाता है।
– लौह-अयस्क उत्पादन में भारत का स्थान विश्व में चौथा स्थान है।
– विश्व में लौह-अयस्क के सर्वाधिक भंडार ऑस्ट्रेलिया में है वर्ष 2017 में भारत का लौह – अयस्क के उत्पादन में चीन के बाद दूसरा स्थान है।
मैग्नेटाइट (Fe3O4)
– यह सर्वोत्तम प्रकार का लौह-अयस्क है यह काले रंग का होता है तथा इसमें धातु की मात्रा 72% तक होती है।
प्रमुख क्षेत्र:-
1. झारखंड – सिंहभूम, बाराजामदा
2. कर्नाटक – बेल्लारी – हॉस्पेट
3. छत्तीसगढ़ – बैलाडिला
हेमेटाइट (Fe2O3)
– यह लाल एवं भूरे रंग का होता है। इसमें धातु का अंश 60 से 70 प्रतिशत के बीच होता है तथा भारत का अधिकतर (लगभग 58%) लौह-अयस्क इसी श्रेणी का है।
प्रमुख क्षेत्र:-
1. झारखंड – सिंहभूम
2. ओडिशा – मयूरभंज, क्योंझर, सुन्दरगढ़
3. कर्नाटक, गोवा आदि जगहों में पाया जाता हैं।
लिमोनाइट
– यह प्राय: पीले रंग का होता हैं, इसमें धातु का अंश 10% से 40% होता है।
– पश्चिम बंगाल के रानीगंज क्षेत्र में इस प्रकार के लौह-अयस्क मिलते हैं।
सिडेराइट
– इस अयस्क में अशुद्धियाँ अधिक पाई जाती है। धातु का अंश 48% तक होता है। इसका रंग भूरा होता है। इसमें लोहा एवं कार्बन का मिश्रण होता है।
– लिमोनाइट तथा सिडेराइट निम्न कोटि का लौह-अयस्क है।
– लौह-अयस्क के संचित भंडार का क्रम (राज्यवार)
1. ओडिशा
2. झारखंड
3. छत्तीसगढ़
4. कर्नाटक
– लौह-अयस्क में छत्तीसगढ़ राज्य में बैलाडिला की लौह-अयस्क खान तथा कर्नाटक में डोनीमलाई की खान प्रसिद्ध है।
उत्पादन एवं वितरण
1.झारखण्ड – झारखण्ड में देश के लौह-अयस्क का 16.22 प्रतिशत भण्डार और 14.84 प्रतिशत उत्पादन प्राप्त होता है। यहाँ लौहा मुख्यत: सिंहभूम जिले में पाया जाता है। यहाँ उच्च कोटि का हेमेटाइट अयस्क पाया जाता है। नोआमुंडी, गुआ, जामदा एवं मनोहरपुर सिंहभूम जिले लौह खनन के मुख्य केन्द्र है।
2.ओडिशा- ओडिशा देश में लौह-अयस्क का प्रथम बडा उत्पादक (40.36%) राज्य है। मयूरभंज जनपद का विशिष्ट स्थान है। इस राज्य के क्योंझर, बोनाई एवं मयूरभंज जिले लौह उत्पादन की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। गुरुमहीषानी, बादाम पहाड़, सुलेपत, किरीबुरु, बरसुला, दैमत्री ओडिशा के महत्त्वूपर्ण भारत के प्रमुख खनिज संसाधन के खनन केन्द्र है।
3.छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ का लौह-अयस्क उत्पादन (22.82%) में देश में दूसरा स्थान है। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले का बैलाडिला एवं रावघाट तथा दुर्ग जिले का डल्ली-राजहरा महत्त्वपूर्ण उत्पादक क्षेत्र है।
4.कर्नाटक – भारत में लौह-अयस्क के उत्पादन (15.64% भण्डार 32.15%) में कर्नाटक का तीसरा स्थान है। उत्पादन कर्नाटक में चिकमंगलूर जिले की बाबाबुदन पहाड़ी एवं कुद्रेमुख क्षेत्र, बेल्लारी जिले को होस्पेट, सदूर क्षेत्र के अलावा चित्रदुर्ग व शिमोगा जिले से भी लौह-अयस्क प्राप्त किया जाता है। कुद्रेमुख क्षेत्र से लौहे का निर्यात ईरान को किया जाता है।
5.महाराष्ट्र- महाराष्ट्र प्रतिवर्ष लगभग 20.5 लाख टन लौह-अयस्क (लोहांश 55-60%) का उत्पादन करता है।
मैंगनीज (Manganese)
यह भारत के प्रमुख खनिज संसाधन में से एक हैं।
मैंगनीज खनिज धारवाड़ शैलों से प्राप्त होता हैं। मुख्य अयस्क– साइलोमैलीन, पाइरोलूसाइट, ब्रोनाइट
– भारत में इसका प्रयोग मुख्य रूप में अपघर्षक जंगरोधी इस्पात बनाने, लोहे और मैंग्नीज के मिश्रधातु बनाना, शुष्क बैटरी, रंग एवं काँच उद्योग में किया जाता है।
– भारत का 90% मैंगनीज धारवाड़ शैल – समूह के गोंडाइट तथा कोडुराइट शृंखला में पाया जाता है।
– मध्यप्रदेश 38% एवं महाराष्ट्र 24%, दोनों मिलकर देश के लगभग आधे से अधिक मैंगनीज का उत्पादन करते हैं।
– देश में मैंगनीज अयस्क की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी मैंगनीज और इंडिया लिमिटेड (MOIL) नागपुर है।
– मैंगनीज मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर देश की सबसे महत्त्वपूर्ण मैंगनीज पेटी पाई जाती है।
– यह पेटी मध्य प्रदेश के बालाघाट –छिंदवाड़ा से लेकर महाराष्ट्र के नागपुर एवं भंडारा जिले तक है।
देश में मैंगनीज अयस्क उत्पादन के तीन प्रमुख क्षेत्र हैं-
1.उत्तर-पूर्वी क्षेत्र–इसमें ओडिशा और झारखण्ड के राज्य सम्मिलित हैं, जहाँ देश के कुल मैंगनीज अयस्क का 19 प्रतिशत भण्डार और 38.86 प्रतिशत उत्पादन प्राप्त होता है।
2.मध्य भारत क्षेत्र– इसमें मध्य प्रदेश एवं उत्तर महाराष्ट्र के भाग सम्मिलित है (भण्डार 15 प्रतिशत, उत्पादन 39 प्रतिशत)
3.प्रायद्वीपीय क्षेत्र– इसका विस्तार कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गोवा और दक्षिण महाराष्ट्र के भागों पर पाया जाता है जिसका देश के मैंगनीज अयस्क के कुल भण्डार में 35 प्रतिशत और उत्पादन में 45 प्रतिशत का हिस्सा है।
प्रमुख क्षेत्र:-
1. मध्यप्रदेश – बालाघाट – छिंदवाड़ा
2. महाराष्ट्र – नागपुर, भंडारा एवं रत्नागिरी
3. ओडिशा – क्योंझर, सुंदरगढ़, बोनाई, कालाहांडी, कोरापुर
4. कर्नाटक – बेल्लारी, शिमोगा, उत्तरी कन्नड़
5. आंध्र प्रदेश- विजयनगर, आदिलाबाद (तेलंगाना)
6. झारखण्ड – सिंह भूम
7. राजस्थान – बाँसवाड़ा, उदयपुर
8. गुजरात – बड़ोदरा एवं पंचमहल क्षेत्र
– मैंगनीज का उत्पादन क्रम (राज्यवार)
1. मध्यप्रदेश (38%)
2. महाराष्ट्र (29%)
3. ओडिशा (14%)
4. आंध्रप्रदेश (8%)
– मैंगनीज के संचित भंडार का क्रम (राज्यवार)
1. ओडिशा (45%)
2. कर्नाटक (20%)
3. मध्यप्रदेश (11%)
4. महाराष्ट्र (02%)
बॉक्साइट (Bauxite)
– बॉक्साइट अयस्क का प्रयोग एल्युमिनियम बनाने, चमड़ा रंगने, पेट्रोल एवं नमक साफ करने, बर्तन, बिजली के तारों, धातु उद्योग, वायुयान, मोटरगाड़ी निर्माण आदि में होता है।
यह भारत के प्रमुख खनिज संसाधन में से एक हैं।
– भारत में यह क्रिटेशस युगीन संरचना में पाया जाता है। इसकी उत्पत्ति का संबंध क्रिटेशस युगीन चट्टानों के लैटेराइजेशन से है।
– देश में एक तिहाई से अधिक बॉक्साइट का उत्पादन ओडिशा द्वारा किया जाता है जिसके बाद क्रमश: गुजरात, महाराष्ट्र और झारखण्ड राज्यों का स्थान है। ये चार राज्य मिलकर देश के 87 प्रतिशत बॉक्साइट का उत्पादन करते हैं।
प्रमुख क्षेत्र
1.ओडिशा – ओडिशा में देश के बॉक्साइट का 52.65% भण्डार और 41.54% उत्पादन होता है। यहाँ कालाहांड़ी-कोरापुट जिलों की बॉक्साइट पेटी, जो आंध्र प्रदेश तक विस्तारित है, देश का वृहद्तम बॉक्साइट क्षेत्र है। इसका परिशोधन दमन जोडी और दोरागुर्हा के संयंत्रों में हो रहा है।
2.गुजरात – गुजरात देश में बॉक्साइट का दूसरा प्रमुख उत्पादक (24.8%) राज्य है। यहाँ बॉक्साइट की पेटी भावनगर, जूनागढ़ और अमरेली जिलों में होती हुई कच्छ की खाड़ी से अरब सागर तट तक फैली है। प्रमुख जमाव कच्छ जिला जामनगर, खेड़ा जिला और सूरत जिलों में पाए जाते हैं।
3.झारखण्ड – झारखण्ड देश के 9.18% बॉक्साइट का उत्पादन करता है। यहाँ लोहारडागा (रॉची जिला) और नेतरहाट पठार (पलामू जिला) बॉक्साइट के प्रमुख क्षेत्र है।
4.महाराष्ट्र – महाराष्ट्र देश का तीसरा बड़ा बॉक्साइट उत्पादक राज्य है। यहाँ बॉक्साइट के जमाव मुख्यत: कोल्हापुर, रत्नागिरी, थाणे, सतारा और कोलाबा जिलों में पाए जाते है।
बॉक्साइट का संचित भंडार क्रम (राज्यवार)
1. ओडिशा
2. आंध्रप्रदेश
3. गुजरात
4. झारखंड
बॉक्साइट का उत्पादन क्रम (राज्यवार)
1. ओडिशा
2. गुजरात
3. महाराष्ट्र
4. झारखंड
अभ्रक(Mica)
– अभ्रक आग्नेय और कायान्तरित शैलों में कई रंगों (सफेद, गुलाब, हरा, काला) में पाया जाता है। यह पारदर्शक, लचीला और ताप-विद्युत-निरोधक है। इसका उपयोग बिजली की मोटर, डाइनमों, बेतार के तार, हवाई जहाज, मोटरगाड़ी, धमनभट्टी, ताप सह एवं विद्युत कुचालक ईंट, लालटेन की चिमनी, नेत्र रक्षक चश्मा, सजावट के सामान एवं मकान आदि बनाने में किया जाता है इसे कृत्रिम विधि से भी बनाया जाता है।
– भारत में अभ्रक का यथास्थान भण्डार जो मुख्यत: राजस्थान (21 %), आंध्र प्रदेश (41%), महाराष्ट्र (15%), एवं ओडिशा (20 %) राज्यों में पाया जाता है।
– भारत विश्व में अभ्रक का सर्वप्रमुख उत्पादक देश है।
यह भारत के प्रमुख खनिज संसाधन में से एक हैं।
– आंध्र प्रदेश का देश में अभ्रक के संरक्षित भण्डार (41%) और उत्पादन (100%) में प्रथम स्थान है। गुडुर और संगम के बीच नेल्लौर जिले में पाई जाती है। इसका रंग हल्का हरा है। इसके अतिरिक्त राज्य में रूबी अभ्रक कृष्णा, विशाखापत्तनम, पूर्व एवं पश्चिम गोदावरी, अनन्तपुर, खम्मम जिलों और फ्लोगोपाइट अभ्रक विशाखापत्तनम (कुदिया और माजिगुदेम के समीप) पाया जाता है।
अभ्रक के प्रमुख क्षेत्र
1.झारखंड व बिहार – यहाँ अभ्रक गिरीडीह, हजारीबाग एवं नवादा जिलों में पाया जाता है। इस राज्य में अभ्रक की एक प्रमुख पेटी गया से लेकर हजारीबाग होते हुए भागलपुर तक फैली हुई है, जिसकी लंबाई 150 किमी. एवं चौड़ाई 20 किमी. है। कोडरमा विश्व की सबसे बड़ी अभ्रक की मंडी है। बिहार में मुख्यत: रूबी-अभ्रक एवं बंगाल-अभ्रक के भंडार है।
2.आंध्र प्रदेश – इस राज्य के विशाखापत्तनम, कृष्णा एवं नैल्लोर जिलों में अभ्रक पाया जाता है। आंध्र प्रदेश का अभ्रक तुलनात्मक रूप से हल्का है। इसे विद्युत अभ्रक या हरा अभ्रक कहा जाता है।
3.राजस्थान– इस राज्य में जयपुर एवं उदयपुर जिले के बीच अभ्रक का क्षेत्र 320 किमी. की लंबाई एवं 100 किमी. की चौड़ाई में फैला हुआ है। सर्वाधिक अभ्रक भीलवाड़ा जिले से प्राप्त होता है।
4.तमिलनाडु – तिरूनलवैली, कोयम्बटूर, तिरुचिरापल्ली।
राज्य | प्रमुख क्षेत्र |
आंध्र प्रदेश | नेल्लौर, कृष्णा, विशाखापत्तनम, अनंतपुर, खम्मम, गुंटूर |
राजस्थान | जयपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर, सीकर |
झारखंड | कोडरमा, हज़ारीबाग, गिरिडीह, धनबाद |
बिहार | गया, मुंगेर, भागलपुर, नवादा, जमुई, बांका |
अभ्रक संचित भंडार क्रम (राज्यवार)
1. आंध्रप्रदेश (41%)
2. राजस्थान (21%)
3. ओडिशा (20%)
अभ्रक उत्पादन क्रम (राज्यवार)
1. आंध्रप्रदेश (99%)
2. राजस्थान
3. झारखंड
भारत के प्रमुख खनिज संसाधन से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
खनिज संसाधन क्या है?
खनिज पदार्थ प्राकृतिक रूप से निकलने वाला वह पदार्थ है, जिसकी अपनी भौतिक विशेषताएँ होती हैं और जिसकी प्रकृति को रासायनिक गुणों द्वारा व्यक्त किया जा सकता है।
भारत में खनिज संसाधन कौन कौन से हैं?
1. ईंधन खनिज (Fuel Mineral) – कोयला, लिग्नाइट, कच्चा तेल एवं प्राकृतिक गैस।
2.धात्विक खनिज (Metallic Minerals) – बॉक्साइट, लौह-अयस्क, ताम्र अयस्क, मैंग्नीज आदि।
3.अधात्विक खनिज (Non-Metallic Minerals) – बेराइट्स, एपेटाइट, एंडुलासाइट, कायनाइट आदि।
4. लघु खनिज (Minor Minerals) – मिट्टी, ईंट, कंकड़, भवन निर्माण, कायनाइट इत्यादि।
भारत में सबसे बड़ा खनिज संसाधन कौन सा है?
कोयला
भारत का सबसे महत्वपूर्ण संसाधन कौन सा है?
भूमि
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भारत के प्रमुख खनिज संसाधन Quiz
Q.1
निम्नलिखित में से बॉक्साइट का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है–
1
ओडिशा
2
गुजरात
3
छत्तीसगढ़
4
मध्य प्रदेश
Q.2
निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही नहीं है/हैं?
- लौह-अयस्क के प्रगलन में बॉक्साइट का प्रयोग किया जाता है।
- मैंगनीज़ का प्रयोग एल्युमिनियम के विनिर्माण में किया जाता है।
- अभ्रक एक अधात्विक खनिज है, जिसका उपयोग मुख्यतः विद्युत एवं इलेक्ट्रॉनिक उद्योगों में किया जाता है।
कूटः
1
केवल 1 और 2
2
केवल 3
3
केवल 2 और 3
4
1, 2 और 3
Q.3
अभ्रक के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:–
- अभ्रक को सख्त, सुनम्य पतली चादरों में विघटित किया जा सकता है।
- उच्च गुणवत्ता का अभ्रक झारखंड में निचले हज़ारीबाग पठार में पाया जाता है।
- महाराष्ट्र के रत्नागिरि तथा पश्चिम बंगाल के पुरुलिया एवं बाँकुड़ा जिलों में भी अभ्रक के निक्षेप पाए जाते हैं।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2 व 3
3
केवल 1 व 3
4
उपर्युक्त सभी
Q.4
निम्नलिखित में से सुमेलित नहीं है-
1
प्रमुख राज्य-मध्य प्रदेश, मैंगनीज उत्पादन क्षेत्र-बालाघाट
2
प्रमुख राज्य-झारखण्ड, मैंगनीज उत्पादन क्षेत्र-सिंह भूमि
3
प्रमुख राज्य-कर्नाटक, मैंगनीज उत्पादन क्षेत्र-बेल्लारी
4
प्रमुख राज्य-महाराष्ट्र, मैंगनीज उत्पादन क्षेत्र-कालाहांडी
Q.5
निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए-
प्रमुख राज्य
लौह खनन क्षेत्र
A
झारखण्ड
1.
डल्ली राजहरा
B
छत्तीसगढ़
2.
नोआमण्डी
C
कर्नाटक
3.
साह क्वालिग
D
गोवा
4.
कुद्रेमुख
कूट :
1
A-2 B-1 C-4 D-3
2
A-4 B-3 C-2 D-1
3
A-4 B-3 C-1 D-2
4
A-3 B-1 C-4 D-2
Q.6
निम्नलिखित में से सुमेलित नहीं है-
1
प्रमुख राज्य-गुजरात, बॉक्साइट उत्पादक क्षेत्र-जामनगर
2
प्रमुख राज्य-छत्तीसगढ़, बॉक्साइट उत्पादक क्षेत्र-बस्तर
3
प्रमुख राज्य-मध्य प्रदेश, बॉक्साइट उत्पादक क्षेत्र-कटनी
4
प्रमुख राज्य-ओडिशा, बॉक्साइट उत्पादक क्षेत्र-पलामू
Q.7
कालाहांडी तथा कोरापुट क्षेत्र प्रसिद्ध है-
1
मैंगनीज उत्पादन के लिए
2
लौह-अयस्क उत्पादन के लिए
3
कोयला उत्पादन के लिए
4
टंगस्टन उत्पादन के लिए
Q.8
निम्नलिखित राज्यों में से कौन एक अभ्रक का उत्पादन नहीं करता है?
1
झारखण्ड
2
मध्य प्रदेश
3
राजस्थान
4
आंध्र प्रदेश
Q.9
निम्नलिखित में से किन जिलों में भारत की सबसे बड़ी अभ्रक (Mica) मेखला पायी जाती है?
1
बालाघाट और छिन्दवाड़ा
2
उदयपुर, अजमेर और अलवर
3
हजारीबाग, गया और मुंगेर
4
सलेम और धरमपुरी
Q.10
निम्नलिखित में से कौन-सा अभ्रक का प्रकार है?
1
लिमोनाइट
2
सिडेराइट
3
मैग्नेटाइट
4
बायोटाइट
Q.11
भारत में बॉक्साइट के निक्षेप मुख्यत: निम्नलिखित में से किन क्षेत्रों में पाए जाते हैं?
1
अमरकंटक पठार
2
मालवा पठार
3
मैकाल पहाड़ियाँ
4
विकल्प a और c दोनों
Q.12
निम्नलिखित में से किस लौह अयस्क का उपयोग विद्युत उद्योगों में विशेष रूप से होता है?
1
मैग्नेटाइट
2
हेमेटाइट
3
सिडेराइट
4
लिमोनाइट
Q.13
निम्नलिखित में से कौन-सा राज्य भारत में सबसे अधिक मैंगनीज उत्पादित करता है?
1
मध्य प्रदेश
2
आंध्र प्रदेश
3
उत्तर प्रदेश
4
ओडिशा
Q.14
कुद्रेमुख खानों का लौह-अयस्क कहाँ से निर्यात होता है?
1
मार्मुगाओ मण्डल
2
कोचीन
3
मंगलौर
4
चेन्नई
Q.15
निम्नलिखित में से किन खदानों का लौह-अयस्क विशाखापत्तनम से जापान तथा दक्षिण कोरिया को निर्यात किया जाता है?
1
बादाम पहाड़
2
बैलाडिला
3
चन्द्रपुर
4
चित्रदुर्ग
Q.16
सुमेलित कीजिए-
(केंद्र)
(खनिज)
A.
हजारीबाग
1.
लौह अयस्क
B.
डल्ली राजहरा
2.
अभ्रक
C.
कोरापुट
3.
मैंगनीज
D.
चित्रदुर्ग
4.
बॉक्साइट
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
1
A-3, B-4, C-2, D-1
2
A-2, B-1, C-4, D-3
3
A-3, B-4, C-1, D-2
4
A-2, B-3, C-4, D-1
Q.17
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- भारत का प्रमुख मैंगनीज उत्पादनकर्ता राज्य ओडिशा है।
- पाइरोलुसाइट-मैंगनीज का अयस्क होता है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
1 व 2 दोनों
4
न तो 1 व न ही 2
Q.18
भारत में मैंगनीज उत्पादक राज्यों का क्रम कौन-सा है?
1
महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश-ओडिशा-आंध्रप्रदेश
2
मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र-ओडिशा-केरल
3
महाराष्ट्र-ओडिशा-कर्नाटक-छत्तीसगढ़
4
छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश-ओडिशा
Q.19
मैंगनीज के भंडार के दृष्टिकोण से भारत के प्रमुख राज्यों का क्रम क्या है?
1
झारखंड-ओडिशा-बिहार-पश्चिम बंगाल
2
ओडिशा-झारखंड-कर्नाटक-बिहार
3
ओडिशा-कर्नाटक-मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र
4
कर्नाटक-ओडिशा-महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश
Q.20
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- मैग्नेटाइट लोहे की उत्तम किस्म होती है।
- भारत का लौह अयस्क उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान है।
- भारत का प्रमुख लौह अयस्क उत्पादनकर्ता राज्य कर्नाटक है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1
केवल 1 व 2
2
केवल 1 व 3
3
केवल 2 व 3
4
उपर्युक्त सभी
Q.21
निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म असंगत है?
1
लौह अयस्क-नोआमंडी, खदानजिला/क्षेत्र-डाल्टनगंज
2
लौह अयस्क-बैलाडिला, खदानजिला/क्षेत्र-बस्तर
3
लौह अयस्क-बादाम पहाड़, खदानजिला/क्षेत्र-दुर्ग जिला
4
लौह अयस्क-केंद्रमुख, खदानजिला/क्षेत्र-चिकमंगलूर
Q.22
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
- लौह अयस्क का सबसे सम्पन्न भण्डार कर्नाटक में पाया जाता है।
- भारत विश्व में लौह अयस्क का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है।
- भारत में ओडिशा लौह अयस्क का सबसे बड़ा उत्पादक है।
कूट :
1
केवल 2 व 3
2
केवल 1
3
केवल 1 व 3
4
उपर्युक्त सभी
Q.23
निम्नलिखित पर विचार कीजिए –
- हेमेटाइट 2. मैग्नेटाइट
- लिमोनाइट 4. सिडेराइट
उपर्युक्त में से कौन-कौन से लौह धातु हैं?
1
केवल 2 व 3
2
केवल 1 व 2
3
केवल 2 व 4
4
उपर्युक्त सभी
Q.24
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- भारत में पाए जाने वाले लौह अयस्कों में से अधिकांशत: लिमोनाइट प्रकार के होते हैं।
- प्रायद्वीपीय भारत में मैग्नेटाइट प्रकार का लौह अयस्क धारवाड़ और कुड्डप्पा शैल समूह में पाया जाता है।
- भारत में स्फैलेराइट और सीसाभाश्म (गैलेना) पूर्व कैम्ब्रियन शैलों में पाए जाते हैं।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
1
केवल 2
2
केवल 1 व 3
3
केवल 2 व 3
4
1, 2 व 3
Q.25
सूची-I और सूची -II को सुमेलित कीजिए
सूची –I
सूची -II
(इस्पात उत्पादक)
(लौह-अयस्क क्षेत्र)
A. भद्रावती
- केमानगुण्डी
B. भिलाई
- गुरु महिसानी
C. जमशेदपुर
- गुवा
D. कुल्टी -आसनसोल
- राजहरा
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
1
A-3 B-4 C-2 D-1
2
A-1 B-4 C-2 D-3
3
A-3 B-4 C-1 D-2
4
A-2 B-3 C-4 D-1