नस्म्कार आज हम भारत के भूगोल के महत्वपूर्ण अध्यायों में से एक अध्याय “भारत में परिवहन प्रणाली – Transport in India pdf notes in hindi” के बारे में अध्ययन करेंगे। भारत में परिवहन प्रणाली के अध्ययन के दौरान हम विभिन्न टॉपिक का विस्तार पूर्वक अध्ययन करेंगे।
भारत में परिवहन प्रणाली
परिवहन से आशय यात्रियों एंव वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाने ले जाने से है। परिवहन के साधन किसी किसी देश के उद्योग व कृषि के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
किसी देश की सतत आर्थिक वृद्धि में परिवहन प्रणाली की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। देश में तंत्र की सघनता और आधुनिकता वहाँ के आर्थिक विकास का संकेत है। भारत एक विशाल देश है, जिसमें प्राकृतिक, आर्थिक, सामाजिक व अन्य विविधताएँ पाई जाती है। इन विविधताओं को एकता के सूत्र में बाँधने में परिवहन के साधनों का विशेष योगदान है। भारत में पिछले कुछ वर्षों में परिवहन के क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
सड़क परिवहन
– भारत में प्राचीनकाल से सड़क परिवहन (Road Transport) का अधिक महत्त्व रहा है। भारत की सड़क प्रणाली विश्व की दूसरी सबसे बड़ी प्रणाली है। यहाँ प्रतिवर्ष सड़कों द्वारा 65% माल ढुलाई और 80% सवारी यात्री तथा 70% भार यातायात का परिवहन किया जाता है। सड़कों का निर्माण एवं रख-रखाव रेल परिवहन की तुलना में सस्ता है और यह छोटी दूरियों की यात्रा के लिए अपेक्षाकृत अधिक अनुकूल होता है।
– देश के सड़क नेटवर्क को पाँच भागों में बाँटा गया हैं-
– राष्ट्रीय राजमार्ग/एक्सप्रेस मार्ग
– राज्यों के राजमार्ग
– जिला सड़कें
– ग्रामीण सड़कें
– सीमावर्ती सड़कें
भारत में सड़कों की लंबाई का विवरण | |
राष्ट्रीय राजमार्ग/एक्सप्रेस मार्ग | 1, 32, 500 किमी. |
राज्यीय राजमार्ग | 1, 56, 694 किमी. |
अन्य सड़कें | 56, 08, 477 किमी. |
कुल | 58, 97, 671 किमी. |
सड़क घनत्व
– किसी क्षेत्र के प्रति 100 वर्ग किमी. क्षेत्रफल में उपस्थित सड़कों की कुल लंबाई के अनुपात को सड़क घनत्व कहते हैं।
– भारत का औसत सड़क घनत्व 1.66 प्रति वर्ग किमी. है।
भारत में सड़क घनत्व वाले राज्य | |
सर्वाधिक | न्यूनतम |
केरल | जम्मू-कश्मीर |
पश्चिम बंगाल | अरुणाचल प्रदेश |
असम | झारखण्ड |
परिवहन तंत्र के विकास को प्रभावित करने वाले कारक –
भारत एक विशाल देश है जहाँ सभी प्रकार की विविधताएँ उपस्थित है। परिवहन के साधन, उनका वितरण और सघनता कई कारकों द्वारा नियन्त्रित होती है। परिवहन तंत्र के विकास को प्रभावित करने वाले कारकों का विवरण इस प्रकार है –
1.भौतिक कारक – परिवहन को प्रभावित करने वाले कारकों में भौतिक कारक प्रमुख है। 50 प्रतिशत से अधिक रेलमार्ग उत्तर भारत में है। कच्ची सड़क सर्वाधिक मैदानी भाग में है जबकि पक्की सड़कें पठारी क्षेत्र में हैं।
2.सांस्कृतिक कारक:- पश्चिमी रेगिस्तान में कम विकास हुआ है। वहाँ जनसंख्या निवास कम है।
3.आर्थिक कारक – खनिज एवं औद्योगिक बहुलता वाले क्षेत्रों में परिवहन मार्गों का विकास अधिक होता है। जबकि अन्य जगहों पर इसका विकास कम हुआ है।
4.सुरक्षात्मक कारक:- सीमाओं की सुरक्षा एवं सैनिकों की आवश्यकताओं, सैन्य सामग्री पहुँचाने के लिए परिवहन साधनों का विकास किया जाता है। सन् 1962 में चीन के आक्रमण का मुकाबला हम परिवहन साधन के अभाव में ही पूरी शक्ति के साथ नहीं कर सके।
5.राजनैतिक कारक – सरकारी नीति, राजनैतिक इच्छा शक्ति व उद्देश्य का भी परिवहन विकास पर प्रभाव पड़ता है।
– भारत में प्राचीनकाल से सड़क परिवहन (Road Transport) का अधिक महत्त्व रहा है। भारत की सड़क प्रणाली विश्व की दूसरी सबसे बड़ी प्रणाली है। यहाँ प्रतिवर्ष सड़कों द्वारा 65% माल
राष्ट्रीय राजमार्ग/एक्सप्रेस मार्ग
– भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 1,32,500 किमी. है।
– राज्यों की राजधानियों, बड़े-बड़े औद्योगिक नगरों तथा प्रमुख पोताश्रयों को मिलाने वाला यह मार्ग केन्द्र सरकार के नियन्त्रण में होता है, जिसके विकास तथा रख-रखाव का कार्य भारतीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) करता है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का प्रचलन वर्ष 1995 में हुआ था। राष्ट्रीय राजमार्गों की लम्बाई देश की सड़कों की लम्बाई का मात्र 2.06% है, परन्तु देश के कुल यातायात का 40% इन्हीं राष्ट्रीय राजमार्गों के माध्यम से होता है।
राष्ट्रीय राजमार्गों का वितरण
– हमारे देश में सड़कों का वितरण समरूप नहीं है। भू-भाग की प्रकृति तथा आर्थिक विकास का स्तर सड़कों के घनत्व के प्रमुख निर्धारक हैं। मैदानी क्षेत्र में सड़कों का निर्माण आसान एवं सस्ता होता है, जबकि पहाड़ी एवं पठारी क्षेत्रों में कठिन एवं महँगा होता है। इसलिए, मैदानी क्षेत्रों की सड़कें न केवल घनत्व, बल्कि सड़कों की गुणवत्ता की दृष्टि से अधिक ऊँचाई वाले क्षेत्रों, बरसाती तथा वनीय क्षेत्रों की तुलना में अपेक्षाकृत बढ़िया होती है।
– राष्ट्रीय राजमार्गों की सर्वाधिक लम्बाई उत्तर प्रदेश (6,774 किमी.) में पाई जाती है, इसके बाद राजस्थान (5585 किमी.), तमिलनाडु (4832 किमी.), मध्यप्रदेश (4670 किमी.) और आन्ध्रप्रदेश (4537 किमी.) का स्थान है।
– प्रति 1000 व्यक्तियों पर राष्ट्रीय राजमार्गों की लम्बाई के सन्दर्भ में प्रथम स्थान अरुणाचल प्रदेश का है, जहाँ यह आँकड़ा 1,816 किमी. है। दूसरे स्थान पर मिजोरम (1,044 किमी.) है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 1 (NH-1) – यह उरी, बारामूला, श्रीनगर, कारगिल और लेह से गुजरता है। (जम्मू – कश्मीर एवं लद्दाख), यह भारत की उत्तरी सीमा के समानांतर है। कुल लम्बाई 535 किमी. है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 2 (NH-2) – लम्बाई – 1,214 किमी.। यह डिब्रूगढ़ से शुरू होता है और असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम राज्यों को शिवसागर, कोहिमा, इम्फाल, और तुइपांग के साथ जोड़ता है। यह उत्तर – पूर्व भारत का दूसरा लम्बा राजमार्ग है। यह भारत म्यांमार सीमा के समानांतर है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 3 (NH-3) – अटारी, अमृतसर, जालंधर, अवादेवी, मण्डी, कुल्लू मनाली (पंजाब, जम्मू – कश्मीर, हिमाचल प्रदेश) कुल लम्बाई 427 किमी. है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 4 (NH-4) – मायाबंदर से पोर्ट ब्लेयर (अण्डमान निकोबार) लम्बाई 230 किमी. है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 5 (NH-5) – सेपड से शिमला (पंजाब, हिमाचल प्रदेश) कुल लम्बाई 182 किमी.है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 6 (NH-6) – लम्बाई – 1,945 किमी.। यह मेघालय के जोरबट के पास से शुरू होकर मिजोरम के शिलांग में समाप्त होता है। यह उत्तर – पूर्व भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है। यह मेघालय, असम और मिजोरम राज्यों से होकर गुजरता है। यह पूर्वोत्तर राज्यों में बांग्लादेश सीमा के समानांतर है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 7 (NH-7) –फाजिल्का, भटिण्डा, पटना, शाहीद, देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, प्रणप्रयाग, चमोली, बद्रीनाथ, माना दर्रा (पंजाब, चंडीगढ़, हिमालय, उत्तराखण्ड) कुल लम्बाई – 770 किमी. है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 8 (NH-8) – करीमगंज (असम) से सबरूम (त्रिपुरा) (इंडो-बांग्लादेश बॉर्डर तक) (पूर्व NH-44)
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 9 (NH-9) – सिरशाह, दिल्ली, बिलासपुर, पीसोरगढ़ से गुजरता है। (पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखण्ड) कुल लम्बाई 811 किमी. है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 10 (NH-10) – सिलीगुड़ी, कलीम्पाग, गंगटोक (सिक्किम, पश्चिम बंगाल) लम्बाई – 174 किमी.है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 11 (NH-11) – जैसलमेर, पोखरण, बीकानेर, फतेहपुर (सीकर) कुल लम्बाई 495 किमी.।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 12 (NH-12) – यह ढोलका, रानीगंज, मालदा व कोलकाता के मध्य है। (पश्चिम बंगाल) यह भारत बांग्लादेश सीमा के समानांतर स्थित है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 13 (NH-13) – लम्बाई – 1150 किमी. (पुराना NH-229) यह अरुणाचल प्रदेश के तवांग से शुरू होकर असम के पासीघाट तक जाता है। यह राजमार्ग सेला झील के खूबसूरत कस्बे, दिरांग, बोमडिला, जीरो टाउन, बीरू और असम के पासीघाट से गुजरता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 16 (NH-16) – लम्बाई – 1659 किमी. (पुराना NH-5) यह स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना का हिस्सा है जो पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के पूर्वी तट के साथ – साथ चलता है। यह चेन्नई में समाप्त होता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 19 (NH-19) – लम्बाई – 1435 किमी. (पुराना NH-2) इसे दिल्ली – कोलकाता रोड भी कहते हैं। यह भारत के व्यस्ततम राजमार्गों में से एक है जो दिल्ली, आगरा, वाराणसी, बरही, आसनसोल और कोलकाता के प्रमुख शहरों से गुजरता है। इसे ग्राण्ड ट्रंक रोड भी कहते हैं एवं यह स्वर्णिम चतुर्भुज योजना का एक हिस्सा है।
ग्राण्ड ट्रंक रोड़¨ शेरशाह सूरी द्वारा कोलकाता से पेशावर तक शाही राजमार्ग का निर्माण करवाया गया था। ब्रिटिश काल में इसे ग्राण्ड ट्रंक रोड़ नाम दिया गया। NH-44 (पूर्व NH-1) एवं NH-19(पूर्व NH-2) इसी के भाग हैं। |
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 27 (NH-17) – (लम्बाई – 3507 किमी.) यह राष्ट्रीय राजमार्ग उत्तर – दक्षिण व पूर्व पश्चिम गलियारे का भाग है, जो पोरबंदर से शुरू होकर सिलचर में समाप्त होता है। यह गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम राज्यों से गुजरता है। झाँसी, उत्तर – दक्षिण व पूर्व – पश्चिम गलियारों का जंक्शन है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 30 (NH-30) – लम्बाई – 2,010 किमी. (पुराना NH-221) यह उत्तराखण्ड के सितारगंज को आंध्र प्रदेश के इब्राहिम पट्टनम से जोड़ता है। NH-30 लखनऊ, प्रयागराज, जबलपुर, रायपुर और भद्राचलम शहरों के माध्यम से 2,010 किमी. की दूरी तय करते हुए भारत के 6 प्रमुख राज्यों से होकर गुजरती है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 31 (NH-31)- यह उत्तरप्रदेश से शुरू होकर, पश्चिम बंगाल में समाप्त हो जाता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 34 (NH-34)- यह उत्तराखंड के गंगोत्री धाम से चलता है एवं NH-44 पर लखनादौन, जबलपुर के पास समाप्त होता है। इसके मार्ग में उत्तरकाशी, ऋषिकेश, हरिद्वार, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, दमोह और जबलपुर शामिल हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 44 (NH-44)- लम्बाई – 3,745 किमी. यह भारत का सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग है। यह श्रीनगर से कन्याकुमारी तक जाता है। यह जम्मू – कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु राज्य से गुजरता है। यह भारत में सर्वाधिक राज्यों से गुजरने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग है। NH-44 पुराने को मिलाकर अस्तित्व में लाया गया है, जिसमें NH-1A, NH-1, NH-2, NH-3, NH-75, NH-26 और NH-7 शामिल हैं। यह स्वर्णिम चतुर्भुज व उत्तर – दक्षिण कॉरिडोर का भाग है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 47 (NH-47)- लम्बाई – 1080 किमी. यह बामनबोर, गुजरात से शुरू होकर नागपुर महाराष्ट्र तक जाता है। इस राजमार्ग के पथ में बामनबोर, लिम्बड़ी गोधरा, इंदौर, हरदा, बैतुल आते हैं तथा यह नागपुर में NH-44 से जुड़ जाता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 48 (NH-48)- लम्बाई – 2,807 किमी. (पुराना NH-8) यह दिल्ली से शुरू होकर चेन्नई तक जाता है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या – 8 दिल्ली से जयपुर तक किशनगढ़ एक्सप्रेस वे, नेशनल एक्सप्रेस वे 1, उदयपुर से वड़ोदरा और बड़ौदा से बॉम्बे सहित अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों का विलय किया जाता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 52 (NH-52)- लम्बाई – 2,317 किमी. यह हिसार, जयपुर, कोटा, इंदौर, धुले, औरंगाबाद, बीजापुर से हुबली तक के प्रमुख शहरों से गुजरता हुआ, उत्तर से दक्षिण भारत को जोड़ता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 53 (NH-53)- लम्बाई – 1781 किमी. यह गुजरात में हजीरा को ओडिशा के पाराद्वीप बंदरगाह को जोड़ने वाला राजमार्ग है।
यह गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के चार राज्यों से होकर गुजरता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 66 (NH-66)- लम्बाई – 1593 किमी. (पुराना NH-17) भारत के पश्चिमी घाट के समानांतर चलता है यह पनवेल से कन्याकुमारी तक जाता है।
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 129 (NH-129)- नुमालीगढ़ (असम) से दीमापुर नागालैंड (पूर्व NH-39)
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 134 (NH-134)- धरासू से खंबाल तक (जम्मू कश्मीर) (पूर्व-NH-1B)
राष्ट्रीय राजमार्ग सं. 766 (NH-766)- कोझिकोड (केरल) से कोलेगल (कर्नाटक) तक।
सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organization-BRO) ¨ सीमा सड़क संगठन की स्थापना सन् 1960 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू द्वारा की गई थी।¨ संगठन का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण को बढ़ावा देना था।¨ सन् 1960 से 2005 तक संगठन में 40,450 किमी. लम्बी सड़कों का निर्माण कार्य पूरा किया है तथा 35,577 किमी. लम्बी सड़कों को पक्का किया है।¨ सीमा सड़क संगठन ने लद्दाख से लेह तक संसार की सबसे ऊँची सड़क का भी निर्माण किया है।¨ सीमा सड़क संगठन ने भूटान, म्यांमार, अफगानिस्तान आदि मित्र देशों में सड़कों का निर्माण किया है।BRO की प्रमुख प्रोजेक्ट परियोजनाएँ¨ प्रोजेक्ट हीरक (Project Hirak)- BRO द्वारा महाराष्ट्र में नक्सली प्रभावित क्षेत्रों जैसे – गढ़चिरौली, भंडारा आदि में सड़कों का निर्माण कार्य संपन्न किया जा रहा है।¨ प्रोजेक्ट बीकन (Project Beacon) – इसके अंतर्गत सोनमर्ग, कारगिल, लेह मार्ग तथा लेह-उपसी-सरचू मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। प्रोजेक्ट बीकन को जम्मू कश्मीर की जीवन रेखा कहा जाता है।¨ प्रोजेक्ट दंतक(Project Dantak)- इसके अंतर्गत भूटान में एक विशाल सड़क अवसंरचना का निर्माण किया जा रहा है।¨ प्रोजेक्ट हिमांक (Project Himank)- इस प्रोजेक्ट द्वारा विश्व का सबसे ऊँचा मोटर यान वाला सड़क मार्ग उमलिंगला सड़क मार्ग का निर्माण करवाया जा रहा है।उमलिंगला Highest motarable Road के नाम से जानी जाती है।यह सड़क मार्ग LAC (Line of Acutal Control) तक जाता है। |
एक्सप्रेस राजमार्ग
– तेज व्यापारिक वाहनों को कम अवधि में गन्तव्य तक पहुँचाने हेतु एक्सप्रेस राजमार्ग बनाया गया है। ये राजमार्ग प्रायः 4 एवं 6 लेन वाले होते हैं। एक्सप्रेस राजमार्ग के कुछ उदाहरण-पुणे-मुम्बई एक्सप्रेस राजमार्ग, दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस राजमार्ग (वाया-जयपुर), यमुना एक्सप्रेस राजमार्ग आदि हैं।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण
– इस प्राधिकरण की स्थापना वर्ष 1988 में एक संसदीय अधिनियम के द्वारा की गई। यह प्राधिकरण वर्ष 1995 से प्रचलन में हैं।
– यह केंद्रीय सरकार द्वारा सौंपे गए राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास, अनुरक्षण और प्रबंधन तथा उनसे जुड़े अथवा उनके प्रासंगिक कार्यों के लिए उत्तरदायी है। यह प्राधिकरण वर्ष 1995 से प्रचलन में हैं।
उत्तर दक्षिण गलियारा
– जम्मू कश्मीर के श्रीनगर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ने की योजना उत्तर-दक्षिण गलियारा कहलाती है। इसकी लंबाई 3745 किमी. है। यह भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) है।
– यह गलियारा दो केन्द्रशासित प्रदेश व 9 राज्यों से गुजरता है।
उत्तर-दक्षिण गलियारा निम्न राज्यों से गुजरता है। | |
1. जम्मू-कश्मीर (केन्द्रशासित प्रदेश) | 7. राजस्थान |
2. पंजाब | 8.महाराष्ट्र |
3. हरियाणा | 9. तेलंगाना |
4. दिल्ली (केन्द्रशासित प्रदेश) | 10.कर्नाटक |
5. उत्तर प्रदेश | 11.तमिलनाडु |
6. मध्य प्रदेश |
पूर्व-पश्चिम गलियारा
– असम के सिल्चर को गुजरात के पोरबंदर से विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ने की योजना पूर्व-पश्चिम गलियारा कहलाती है।
इसकी लंबाई 3300 किमी. है। यह गलियारा राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या NH-27 के नाम से भी जाना जाता है।
– NH-27 को उत्तर-पूर्वी राज्यों की जीवनरेखा कहा जाता है।
– उत्तर-दक्षिण गलियारा व पूर्व-पश्चिम गलियारा आपस में एक-दूसरे से उत्तर प्रदेश के झाँसी स्थान पर काटते हैं। इसलिए इसे राष्ट्रीय राजमार्गों का चौराहा कहा जाता है।
पूर्व-पश्चिम गलियारा निम्न राज्यों से गुजरता है। | |
1.गुजरात | 5.बिहार |
2. राजस्थान | 6.पश्चिम बंगाल |
3. मध्य प्रदेश | 7.असम |
4.उत्तर प्रदेश |
भारत माला परियोजना
– यह सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत एक वृहद् अंब्रेला स्कीम है। इसके द्वारा भारतीय सीमावर्ती राज्यों को जोड़ने के साथ उनके तटीय राज्यों एवं बंदरगाहों से जोड़ा जाएगा। इसके अंतर्गत गैर प्रमुख पत्तनों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
– भारत माला परियोजना सड़क परिवहन के क्षेत्र में अब तक की सबसे बड़ी योजना है।
स्वर्णिम चतुर्भुज योजना
– इसके अन्तर्गत देश के चार महानगरों-दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई तथा कोलकाता को उच्च गुणवत्ता युक्त सड़कों से जोड़ा गया है। इसकी कुल लम्बाई 5846 किमी. है।
स्वर्णिम चतुर्भुज योजना | |
दिल्ली से मुंबई | NH-48 |
मुंबई से चेन्नई | NH-48 |
चेन्नई से कोलकाता | NH-16 |
कोलकाता से दिल्ली | NH-19 |
देश की सबसे लम्बी सड़क सुरंग¨ 2 अप्रैल, 2017 को प्रधानमंत्री ने जम्मू एवं कश्मीर स्थित चेनानी-नाशरी सुरंग को राष्ट्र को समर्पित किया। यह सुरंग 286 किमी. लम्बे जम्मू एवं श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-44) के चौड़ीकरण की परियोजना का अंग है। 9.2 किमी. लम्बी चेनानी-नाशरी सुरंग देश की सबसे लम्बी सड़क सुरंग है।भारत का सबसे लंबा रेल–सह सड़क पुल¨ 25 दिसम्बर, 2018 को असम के डिब्रूगढ़ के समीप ब्रह्मपुत्र नदी पर निर्मित बोगीबली पुल का उद्धाटन किया गया है। 4.94 किमी. लम्बा यह पुल असम के डिब्रूगढ़ को अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट को जोड़ता है। |
सेतु भारतम् योजना
– प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रेलवे क्रॉसिंग पर बार – बार होने वाली दुर्घटना को रोकने के लिए मार्च, 2016 को इस योजना का शुभारंभ किया।
– इस योजना के तहत सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को रेलवे क्रॉसिंग से मुक्त बनाता है।
– लगभग 1500 पुराने व खराब स्थिति वाले पुलों को चरणबद्ध तरीके से सुदृढ़ किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY)¨ 500 व्यक्तियों या इससे अधिक आबादी वाले मैदानी क्षेत्रों तथा 250 व्यक्तियों या इससे अधिक आबादी वाले पहाड़ी, रेगिस्तानी एवं जनजातीय क्षेत्रों में सभी मौसम में सिंगल कनेक्टिविटी देने के लिए 25 दिसम्बर, 2000 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना प्रारम्भ की गई थी। 31 मार्च, 2015 तक इनकी कुल लंबाई 15, 06, 212 किमी. है। |
भारत निर्माण योजना
– 1000 की आबादी वाले मैदानी क्षेत्रों तथा 500 की आबादी वाले पहाड़ी तथा जनजातीय क्षेत्रों में भारत निर्माण योजना सभी मौसमों वाली सड़कों से सम्बद्धता प्रदान करता है।
– इन सड़कों का सामरिक महत्त्व होता है। इस कारण इन सड़कों के रख-रखाव पर सरकार का विशेष ध्यान होता है।
हरित राजमार्ग नीति
– सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने 29 दिसम्बर, 2015 को हरित राजमार्ग नीति 2015 प्रारम्भ की है। पौधारोपण एवं रख-रखाव इस नीति के प्रमुख उद्देश्य हैं।
– राजमार्ग में समुदायों, किसानों, निजी क्षेत्रों, सरकारी संगठनों और सरकारी संस्थानों की प्रतिभागिता के माध्यम से हरियाली को प्रोत्साहित करना शामिल है। इस नीति से ग्रामीण क्षेत्रों में पाँच लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
ग्रीन मफलर¨ ग्रीन मफलर ध्वनि प्रदूषण या अधिक आबादी वाले क्षेत्रों, जैसे- सड़कों के किनारे, रिहायशी इलाकों में स्थित राजमार्गों के आस-पास के क्षेत्रों में 4-6 पंक्तियों में अशोक एवं नीम जैसे पौधों का वृक्षारोपण कर ध्वनि प्रदूषण कम करने हेतु एक युक्ति है। |
दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा परियोजना
– निवेश व व्यापार को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से विकसित की जा रही दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा परियोजना भारत की सबसे बड़ी अवसंरचना परियोजनाओं में से एक है।
– इस परियोजना को भारत व जापान के संयुक्त प्रयासों से क्रियान्वित किया जा रहा है। यह गलियारा देश की राजधानी दिल्ली को देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई से जोड़ेगा। इसके अंतर्गत मल्टी मॉडल हाई एक्सल लोड डेडीकेड फ्रंट कॉरीडोर का निर्माण किया जाएगा। यह गलियारा देश के 6 राज्यों से होकर गुजरेगा।
– इस परियोजना के प्रथम चरण की शुरुआत ग्रेटर नोएडा से की गई। यह औद्योगिक गलियारा उत्तर प्रदेश के दादरी से प्रारंभ होकर मुंबई के जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर समाप्त होगा।
– इस परियोजना के कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डवलपमेंट कॉर्पोरेशन का गठन किया गया।
– इस परियोजना के साथ ही वर्ष 2019 तक नए औद्योगिक शहरों को विकसित करने का प्रस्ताव है।
– राष्ट्रीय राजमार्गों /एक्सप्रेस वे/ बन्दरगाह सम्पर्कता राजमार्ग की पूर्ण, नियोजित/प्रगतिधीन परियोजनाएँ
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे
– 1,300 किमी. लम्बी ग्रीनफील्ड प्रवेश नियंत्रित कॉरिडोर छोटी (मौजूदा मार्ग की तुलना में 140 किमी.) और तीव्रतर सड़क सम्पर्क प्रदान है।
अम्बाला-कोटपुतली कॉरिडोर
– 310 किमी. लम्बा ग्रीनफील्ड हरियाणा पार कॉरिडोर अम्बाला और दिल्ली के बीच एनएच-44 और दिल्ली और कोटपुतली के बीच एनएच-48 के भीड़-भाड़ वाले खण्ड को बाईपास करते हुए अम्बाला (एनएच-44) और कोटपुतली (एनएच-48 पर) के बीच सीधा सड़क सम्पर्क प्रदान करता है।
बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेस वे
– 278 किमी. लम्बा प्रवेश नियंत्रित एक्सप्रेस वे भीड़-भाड़ वाले एनएच-48 का वैकल्पिक और दक्ष मार्ग प्रदान करेगा और इसे चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में इसे अधिनिर्णीत किया जाएगा।
दिल्ली-देहरादून आर्थिक कॉरिडोर
– 210 किमी. लम्बा कॉरिडोर दिल्ली और देहरादून के बीच छोटा (25 किमी.) और तीव्रतर सड़क सम्पर्क प्रदान करता है और चालू वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान इस परियोजना का कार्य सौपा जाएगा।
दिल्ली-अमृतसर–कटरा एक्सप्रेस वे
– 633 किमी. लम्बा यह एक्सप्रेस वे जम्मू करतारपुर और अमृतसर के बीच सड़क में सुधार लाएगा, इसके अलावा सवारी की सहूलियत और सुरक्षा बढ़ाने के लिए इस राजमार्ग के दोनों ओर 40 से अधिक मार्ग किनारे सुविधाएँ विकसित करने की योजना बनाई गई है।
अमृतसर-भटिंडा–जामनगर कॉरिडोर
– 762 किमी. लंबाई का प्रवेश नियंत्रित राजमार्ग पंजाब, राजस्थान और गुजरात में कई आर्थिक केन्द्रों को सीधा सड़क सम्पर्क उपलब्ध करवाएगा।
कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस वे
– उत्तर प्रदेश के दो मुख्य आर्थिक केन्द्रों को जोड़ने वाला 63 किमी. लम्बा प्रवेश नियंत्रित एक्सप्रेस वे, भीड़-भाड़ वाले एनएच-27 के लिए एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा।
चेन्नई-सलेम कॉरिडोर
– 277 किमी. लम्बा प्रवेश नियंत्रित यह कॉरिडोर पश्चिमी तमिलनाडु के औद्योगिक जिलो और चेन्नई के बीच 60 किमी. छोटा और तेल सड़क सम्पर्क प्रदान करेगा।
रायपुर-विशाखापट्टनम कॉरिडोर
– छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के रास्ते रायपुर को पूर्वी तट से जोड़ने वाला 464 किमी. लम्बा यह कॉरिडोर सड़क सम्पर्क में सुधार लाएगा और इस क्षेत्र के आर्थिक विकास को बल प्रदान करेगा।
ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपर धुबरी-फुलवारी पुल
– इस परियोजना का उद्देश्य जेआईसीए ओडीए ऋण से एनएच-127बी पर ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपर 19.282 किमी. लम्बे पुल का निर्माण करना है। इससे असम के धुबरी और मेघालय में फुलबारी के बीच यात्रा समय 5 घण्टे से घटकर 20 मिनट रह जाएगा।
भारत में परिवहन प्रणाली से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग कौन सा है?
राष्ट्रीय राजमार्ग 44, जिसे उत्तर-दक्षिण गलियारे के रूप में भी जाना जाता है, सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है, जो जम्मू और कश्मीर में श्रीनगर से तमिलनाडु में कन्याकुमारी तक फैला है।
भारत में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की क्या भूमिका है?
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य राजमार्गों और ग्रामीण सड़कों के विकास और रखरखाव, कनेक्टिविटी और सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है।
भारत में परिवहन के साधन कौन कौन से हैं?
हवाई परिवहन, रेल परिवहन, सड़क परिवहन और जल परिवहन
भारत में परिवहन का सबसे सामान्य साधन कौन सा है?
सड़क परिवहन
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भारत में परिवहन प्रणाली MCQ
Q.1
स्वर्णिम चतुर्भुज का पूर्वी-पश्चिम गलियारा निम्नलिखित में से किन केन्द्रों (नाभिक) को जोड़ता है?
1
सिल्चर एवं पोरबन्दर को
2
गुवाहाटी एवं अहमदाबाद को
3
काण्डला एवं तिनसुकिया को
4
ईटा नगर एंव जामनगर को
Q.2
भारतीय पर्यटन के स्वर्ण त्रिभुज में सम्मिलित शहर है-
1
आगरा, दिल्ली तथा जयपुर
2
मथुरा, आगरा तथा ग्वालियर
3
आगरा, कानुपर तथा लखनऊ
4
इनमें से कोई नहीं
Q.3
निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म असंगत है?
1
हल्दियाइलाहाबाद-राष्ट्रीय जलमार्ग
2
नासिकपुणे-राष्ट्रीय राजमार्ग-50
3
दुर्गापुरकोलकाता-एक्सप्रेस राजमार्ग
4
हैदराबाददक्षिण मध्य रेलवे का मुख्यालय
Q.4
उत्तर-दक्षिण गलियारे पर स्थित निम्नलिखित नगरों को उत्तर से दक्षिण के क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
- नागपुर 2. आगरा
- कृष्णागिरि 4. ग्वालियर
कूट –
1
2-3-1-4
2
2-4-1-3
3
4-2-3-1
4
1-2-4-3
Q.5
उत्तर-दक्षिण व पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर सुपर हाइवे का मिलन कस्बा है?
1
दिल्ली
2
नागपुर
3
झाँसी
4
हैदराबाद
Q.6
वाराणसी को कन्याकुमारी से जोड़ने वाला ‘ग्रेट डेक्कन राजपथ’ गुजरता है-
1
रायपुर से
2
विजयवाड़ा से
3
हैदराबाद से
4
चेन्नई से
Q.7
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- राष्ट्रीय जलमार्ग-1 का निर्माण गंगा नदी पर किया गया है।
- राष्ट्रीय जलमार्ग-2 का निर्माण बराक नदी पर किया गया है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
1 व 2 दोनों
4
न तो 1 व न ही 2
Q.8
सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए-
सूची-I (राजमार्ग)
सूची-II (स्थान)
A.
NH -9
1.
पुणे-मछलीपटनम
B.
NH-12
2.
पठानकोट-समाखियाली
C.
NH-15
3.
पनवेल-इडापल्ली
D.
NH-17
4.
जबलपुर-जयपुर
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
1
A-3, B-4, C-2, D-1
2
A-1, B-4, C-2, D-3
3
A-3, B-4, C-1, D-2
4
A-2, B-3, C-4, D-1
Q.9
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों में राष्ट्रीय राजमार्ग-7 की लंबाई सबसे अधिक है।
- नागपुर, हैदराबाद, विजयवाड़ा, चेन्नई और कन्याकुमारी, राष्ट्रीय राजमार्ग-7 पर स्थित है।
- ग्वालियर, राष्ट्रीय राजमार्ग-2 तथा 3, दोनों पर स्थित है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
केवल 2 व 3
4
उपर्युक्त सभी
Q.10
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- राष्ट्रीय राजमार्ग-44 भारत के 12 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से होकर गुजरता है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग-44 श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
1 व 2 दोनों
4
न तो 1 व न ही 2
Q.11
सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए-
सूची-I (राष्ट्रीय राजमार्ग)
सूची-II (स्थान)
A.
NH 3
1.
भोपाल
B.
NH 6
2.
इंदौर
C.
NH 7
3.
जबलपुर
D.
NH 12
4.
रायपुर
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
1
A-3, B-4, C-2, D-1
2
A-2, B-4, C-3, D-1
3
A-3, B-4, C-1, D-2
4
A-2, B-3, C-4, D-1
Q.12
निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म सुमेलित नहीं है?
1
उत्तर-पूर्व रेलवे-गोरखपुर
2
दक्षिण-पूर्व रेलवे-भुवनेश्वर
3
पूर्वी रेलवे-कोलकाता
4
दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे -बिलासपुर
Q.13
निम्नलिखित राज्यों के युग्मों में से कोंकण रेलवे से सर्वाधिक लाभ होगा-
1
गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल
2
मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, केरल
3
तमिलनाडु, केरल, गोवा, महाराष्ट्र
4
गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु
Q.14
भारत के निम्नलिखित बंदरगाहों को उत्तर से दक्षिण के क्रम में सजाइए-
- विशाखापत्तनम
- चैन्नई
- मछलीपत्तनम
- तूतीकोरिन
कूट –
1
1, 2, 3, 4
2
4, 1, 2, 3
3
1, 3, 2, 4
4
3, 1, 2, 4
Q.15
निम्नलिखित किन दो रेलवे स्टेशनों को जोड़ने वाली रेल लाइन को यूनेस्को ने धरोहर के रूप में मान्यता दी है?
1
सिलीगुड़ी तथा दार्जिलिंग
2
इलाहाबाद तथा वाराणसी
3
मुंबई तथा थाणे
4
अमृतसर तथा लुधियाना
Q.16
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- भारतीय रेल प्रणाली विश्व में सबसे बड़ी है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 7 देश का सबसे लंबा राजमार्ग है।
उपर्युक्त से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
1 व 2 दोनों
4
न तो 1 व न ही 2
Q.17
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- विशाखापत्तनम बंदरगाह डॉल्फिन नोज चट्टान पर स्थित है।
- पारादीप भारत का दूसरा सबसे गहरा बंदरगाह है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
1 व 2 दोनों
4
न तो 1 व न ही 2
Q.18
भारत के निम्नलिखित राज्यों में से कहाँ पहली बार सी.एन.जी. से चलने वाली रेलगाड़ी चलाई गई?
1
मध्य प्रदेश
2
महाराष्ट्र
3
राजस्थान
4
हरियाणा
Q.19
सागरमाला परियोजना का संबंध किससे है?
1
समुद्री मार्गों का विकास करना
2
समुद्री पनडूबियों का निर्माण करना
3
भारतीय बंदरगाहों का आधुनिकीकरण करना
4
राष्ट्रीय जलमार्गों का विकास करना
Q.20
निम्नलिखित में से कौन-सा एक भारत का प्राकृतिक बंदरगाह नहीं है?
1
कांडला
2
चेन्नई
3
पाराद्वीप
4
मुंबई
Q.21
निम्नलिखित में से कौन-सा एक सही सुमेलित नहीं है?
1
मामुगोआगोवा
2
पाराद्वीपओडिशा
3
मंगलौरकर्नाटक
4
मुण्द्राआंध्र प्रदेश
Q.22
भारत में कोयले को संचालित करने वाला बारहवाँ प्रमुख पत्तन विकसित हो रहा है-
1
चेन्नई के निकट
2
पाराद्वीप के निकट
3
काकीनाडा के निकट
4
विशाखापत्तनम के निकट
Q.23
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- भारत में कुल 13 बड़े बंदरगाह है।
- बड़े बंदरगाहों का संचालन केंद्र सरकार करती है।
- छोटे बंदरगाहों का संचालन राज्य सरकार करती है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1
1 व 2
2
केवल 1
3
2 व 3
4
1, 2 व 3
Q.24
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) का शुभारंभ 25 दिसंबर, 2000 को किया गया।
- PMGSY गांवों में सड़कों के विकास की योजना है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
1 व 2 दोनों
4
न ही 1 व न ही 2
Q.25
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पोरबंदर को सिल्चर से जोड़ता है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पूर्व-पश्चिम गलियारे के रूप में है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
1 व 2 दोनों
4
न तो 1 व न ही 2
Q.26
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- NH-48 दिल्ली को चेन्नई से जोड़ता है।
- उत्तर-पूर्वी राज्यों का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग NH-6 है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
1 व 2 दोनों
4
न तो 1 व न ही 2
Q.27
निम्नलिखित में से किस राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों की सर्वाधिक लम्बाई पाई जाती है?
1
आंध्र प्रदेश
2
मध्य प्रदेश
3
राजस्थान
4
उत्तर प्रदेश
Q.28
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण का गठन 1995 में किया गया था।
- भारत में राष्ट्रीय जलमार्गों का संचालन व नियंत्रण करने वाली संस्था भारतीय अंत:स्थलीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) है।
- ओ. एन. जी. सी. कंपनी का गठन वर्ष 1959 में किया गया।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य हैं?
1
केवल 1
2
केवल 1 व 2
3
केवल 1 व 3
4
केवल 2 व 3
Q.29
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?
1
चेन्नई भारत का सबसे पुराना कृत्रिम बंदरगाह है।
2
कोलकाता बंदरगाह हुगली नदी के किनारे स्थित है।
3
भारत का सबसे गहरा बंदरगाह पारादीप बंदरगाह है।
4
मुंबई बंदरगाह एक प्राकृतिक बंदरगाह है।
Q.30
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
- न्हावाशेवा बंदरगाह भारत का आधुनिकतम व कम्प्यूटराईज्ड बंदरगाह है।
- चेन्नई बंदरगाह भारत का सबसे पुराना कृत्रिम बंदरगाह है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य हैं?
1
केवल 1
2
केवल 2
3
1 व 2 दोनों
4
न तो 1 व न ही 2