नमस्कार आज हम विज्ञान विषय के महत्वपूर्ण अध्याय ओजोन परत (Ozone Layer) के विषय में विस्तार पूर्वक अध्ययन करेंगे। इस अध्ययन के दौरान हम जानेंगे की ओजोन परत क्या है? ओजोन परत का क्षरण क्यों हो रहा है, ओजोन परत हास के कारण , इसका महत्व एवं बचाव के उपाय के विषय में भी चर्चा करेंगे।
ओजोन परत क्या है?
यह गैस पृथ्वी के वायुमण्डल में समताप मण्डल में पाई जाती है इसलिए समताप मण्डल को ओजान मण्डल कहा जाता है।
ओजोन गैस परत पराबैंगनी किरणों से विखण्डित होकर पुन: जुड़ जाती है इस रासायनिक क्रिया के कारण ‘रसायनमण्डल/ कीमोस्फियर’ भी कहा जाता है।
पराबैंगनी (UV Rays) किरणें
– सूर्य से उत्सर्जित होने वाली विद्युत चुंबकीय किरणें है।
– इनका तरंग दैर्ध्य 100 से 400 mm होता है।
– UV Rays 3 Types
(i) UV-A: 315-400 nm
(ii) UV-B: 200-315 nm
(iii) UV-C: 100-280 nm सबसे हानिकारक किरणें
ओजोन परत क्षरण के कारण
– ओजोन गैस की अल्पता तथा विनाश के मुख्य दोषी कारक हैलोजनिक गैसे है। क्लोरोफ्लोरोकार्बन, क्लोरीन, ब्रोमीन, मिथाइल क्लोरोफार्म, कार्बन टेट्राक्लोराइड इत्यादि।
समताप मण्डल में क्लोरीन परमाणु के विसरण से ओजोन की कमी होती है।
– क्लोरीन का एक परमाणु 100,000 ओजोन के अणुओं को नष्ट करता है। ये क्लोरीन परमाणु क्लोरोफ्लोरो कार्बन के विघटन से बनते हैं–
सी.एफ.सी. और हेलोन की वृद्धि होने पर ओजोन रिक्तीकरण क्रियाविधि में वृद्धि होती है।
CFCl3 + hv → CFCl2 + Cl
क्लोरीन और ब्रोमीन के परमाणु ओजोन के अणुओं को कई अपघटनी क्रियाओं के द्वारा नष्ट कर देते हैं।
– इस तरह के एक चक्र के सरलतम उदाहरण में एक क्लोरीन परमाणु एक ओजोन अणु के साथ क्रिया करता है, इसके एक ऑक्सीजन परमाणु को लेकर CIO बना लेता है और एक ऑक्सीजन अणु को मुक्त कर देता है क्लोरीन मोनो ऑक्साइड (CIO) ओजोन के दूसरे अणु के साथ क्रिया करके (अर्थात् O3) एक अन्य क्लोरीन परमाणु और दो ऑक्सीजन अणु बना देती है।
Cl + O3 → ClO + O3
CIO + O3 →Cl + 2O2
समग्र प्रभाव ओजोन की मात्रा में कमी का कारण बन जाता है जो समताप मण्डल के निचले भाग में ओजोन के विनाश का कारण है।
ओजोन परत क्षरण के प्रभाव
(i) ओजोन परत की क्षति से त्वचा का कैंसर, मोतिया बिन्द जैसे रोग होते हैं।
(ii) पराबैंगनी किरणों के कारण पादप प्लावक नष्ट हो रहे है, जिसके कारण समुद्री खाद्य शृंखला पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
(iii) कई प्रकार की फसलों की मात्रा एवं गुणवत्ता में कमी आती है।
(iv) पराबैंगनी किरणों से रोग प्रतिरोधक क्षमता पर कुप्रभाव पड़ता है।
(v)भूमध्य रेखीय प्रदेशों में ओजोन क्षय के कारण तापमान में और अधिक वृद्धि होगी। इस कारण लोगों का शारीरिक एवं मानसिक विकास अवरुद्ध हो जाएगा।
ओजोन परत का महत्व अथवा उपयोगिता
– ओजोन परत के बिना हम जिंदा नहीं रह सकते क्योंकि पराबैंगनी किरणों के कारण कैंसर, फसलों को नुकसान और समुद्री जीवों को खतरा पैदा हो सकता है।
– एक खतरा इसके कारण ध्रुवों के पिघलने का है।
– अंटार्कटिका में ओजोन में एक बड़ा छेद हो गया है।
– अंटार्कटिका क्षेत्र में बड़े हिमखंड यदि पिघलते हैं तो तटीय क्षेत्रों में बाढ़ सहित कई खतरे पैदा हो सकते हैं।
– इसके अलावा गर्मी भी बढ़ेगी जो नुकसानदायी होगी।
ओजोन परत बचाने हेतु प्रयास
मॉन्ट्रियल समझौता – 16 सितम्बर, 1987 को कनाडा में ओजोन परत संरक्षण के लिए किया गया था।ओजोन दिवस 16 सितम्बर को मनाया जाता है।ओजोन 16 अक्टूबर, 2016 को रवांडा की राजधानी में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल (MOP 28) के सभी 197 देशों के प्रतिनिधियों में ग्रीन हाउस गैसों हाइड्रोक्लोरो कार्बन के प्रयोग एवं उत्पादन में वर्ष 2047 तक चरणबद्ध तरीके से कम करने पर सहमति बनी। विकसित देश 2019 से, चीन 2024 से तथा भारत 2028 से कमी करेगा।
(i) 2 मार्च 1990 को लन्दन में ‘ओजोन परत सुरक्षा’ नामक एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
(ii) मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल को अपनाया गया है। जिसके अनुसार सीएफसी और हेलोन के उत्पादन तथा अन्य ओजोन रिक्तीकरण रसायनों जैसे कार्बन टेट्रा क्लोराइड, ट्राइक्लोरो इथेन के उत्पादन पर रोक लगा दी गई है।
(iii) फ्रेऑन सबसे अधिक घातक क्लोरोफ्लोरोकार्बन है, जिसका प्रयोग रेफ्रिजरेटर, एअर कण्डिशनर, गद्देदार सीट या सोफों में काम आने वाली फोम तथा ऐरोसोल स्प्रे में होता है, प्रतिबन्धित किया गया है।
(iv) अमेरिका द्वारा चलाए जाने वाले कान्कोर्ड वायुयान से ओजोन परत के विघटन की आशंका के चलते इसे प्रतिबन्धित कर दिया गया क्योंकि इस वायुयान की गति एवं ध्वनि अत्यन्त तीव्र थी।
ओजोन दिवस कब मनाया जाता है
प्रति वर्ष 16 सितम्बर को “अन्तर्राष्ट्रीय ओजोन परत सुरक्षा दिवस राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर मनाया जाता है, जिसके अन्तर्गत जनता को सेमिनार, कार्य गोष्ठियों के माध्यम से समस्या से अवगत कराया जाता है।
ओजोन परत में छिद्र होने का प्रमुख कारण क्या है
जोन गैस की अल्पता तथा विनाश के मुख्य दोषी कारक हैलोजनिक गैसे है। क्लोरोफ्लोरोकार्बन, क्लोरीन, ब्रोमीन, मिथाइल क्लोरोफार्म, कार्बन टेट्राक्लोराइड इत्यादि।
Faq
ओजोन का क्या काम है?
पराबैंगनी किरणों से रक्षा
ओजोन कहाँ पाई जाती है?
समताप मंडल में
ओजोन किससे बना है?
तीन ऑक्सीजन अणुओं (O3)
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