नमस्कार छात्रों आज हम इस लेख में हिंदी व्याकरण के बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण अध्याय काल (Kal in Hindi) के विषय में पढ़ने जा रहे है। यहां पर आपको काल (Kaal in Hindi) से सबंधित सम्पूर्ण सवालों का जवाब दिया गया है। जैसे काल किसे कहते हैं? काल की परिभाषा(Kal ki paribhasha) क्या है? काल के भेद(Kal ke bhed) कितने है। अथवा काल के प्रकार या काल worksheet भी दी गई है जिसकी सहायता से आप आसानी से बहुत से महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास कर सके और अपनी तैयारी को और अच्छी तरह कर सके। यहां आपको काल का अर्थ, kal kise kahate hain से संबधित बहुत ही शानदार प्रश्न दिए गए है। तथा kal in Hindi grammar अथवा काल हिन्दी व्याकरण PDF भी दी गई जिसकी सहायता से आप इन नोट्स को ऑफलाइन भी पढ़ सके।
काल का अर्थ
काल का अर्थ समय होता है।
काल किसे कहते हैं? (Kal in Hindi)
क्रिया के जिस रूप से उसके होने के समय का बोध हो, उसे काल कहते हैं।
जैसे –
(a) राम पढ़ता है।
(b) राम पढ़ेगा।
(c) राम पढ़ रहा है।
(d) राम ने पाठ पढ़ा।
काल की परिभाषा (Kal ki Paribhasha)
“क्रिया का वह रूपांतरण जिससे क्रिया के व्यापार और उसकी पूर्ण या अपूर्ण अवस्था का बोध होता है, काल कहलाता है।”
काल के भेद/प्रकार (Kal ke Bhed)
अब सामान्यता हर एक विद्यार्थी के मन में एक प्रश्न उत्पन्न होता है की काल के कितने भेद होते है? या काल के भेद कितने है? तो आइए चलिए जानते है Kal ke bhed kitne hote hain? :-
मुख्यतया काल के तीन भेद होते है। जो यहां नीचे बताए गए है।
(i) भूतकाल
(ii) वर्तमान
(iii) भविष्यत् काल
(1) भूतकाल
भूत काल किसे कहते हैं?
‘कथन के क्षण’ के पूर्व होने वाले क्रिया व्यापार को भूतकाल कहते हैं।
भूत काल के भेद या प्रकार :-
भूतकाल छ: प्रकार का होता है –
(i). सामान्य भूतकाल –
सामान्य भूतकाल की परिभाषा:-
कथन के क्षण के पूर्व सामान्य रूप से होने वाले क्रिया व्यापार को सामान्य भूतकाल कहते हैं।
पहचान – सामान्य भूतकाल के साथ – ता था, ती थी, ते थे आएगा।
जैसे –
(a) वर्षा हुई।
(b) राम ने पत्र लिखा।
(c) सीता ने खाना खाया।
(d) उसने पत्र लिखा।
(e) वह घर गया।
(ii). आसन्न भूतकाल –
आसन्न भूत काल किसे कहते हैं:-
आसन्न का अर्थ ‘निकट’। भूतकाल में क्रिया व्यापार शुरू हुआ और अभी-अभी समाप्त हुआ।
मरणासन्न (मरने के निकट)
पहचान – सामान्य भूत के आगे है/हैं लगा हुआ होगा। जैसे –
(a) वर्षा हुई है।
(b) राम ने पत्र लिखा है।
(c) सीता ने पत्र पढ़ा है।
(d) बालक ने दूध पीया है।
(iii). अपूर्ण भूतकाल –
अपूर्ण भूत काल किसे कहते हैं:-
भूतकाल में काम तो शुरू हुआ लेकिन अभी पूर्ण नहीं हुआ।
पहचान – सामान्य भूत के साथ रहा था, रही थी, रहे थे आते हैं। जैसे-
(a) वर्षा हो रही थी।
(b) राम पत्र लिख रहा था
(c) वे घर जा रहे थे।
(d) सीता खाना खा रही थी।
(e) कृष्ण पुस्तक लिख रहा था।
(f) वह दूध पी रहा था।
(iv). पूर्ण भूतकाल –
पूर्ण भूत काल की परिभाषा :-
भूतकाल की क्रिया की समाप्ति के समय का स्पष्ट बोध होता है कि क्रिया के समाप्त हुए काफी समय बीता है।
पहचान – था, थी, थे।
जैसे –
(a) मैंने आम खाया था।
(b) वह आया था।
(c) वर्षा हुई थी।
(d) राम ने पत्र लिखा था।
(e) वह घर गया था।
(f) उसने खाना खाया था।
(v). संदिग्ध भूतकाल –
संदिग्ध भूत Kal kise kahate hain :-
भूतकाल में जो काम शुरू हुआ, उसमें संदेह हो, वहाँ संदिग्ध भूतकाल होगा।
पहचान – सामान्य भूत के साथ होगा, होगी, होंगे आएगा।
जैसे –
(a) वर्षा हुई होगी।
(b) राम ने खाना खाया होगा।
(c) वह घर गया होगा।
(d) उसने खाना खाया होगा।
(vi) हेतुहेतुमद् भूतकाल –
हेतुहेतुमद् भूत Kal kise kahate hain :-
दो क्रिया होगी एक क्रिया दूसरी क्रिया पर आश्रित होगी।
पहचान – यदि – तो।
जैसे –
(a) यदि वर्षा होती तो फसल अच्छी होती।
नोट – कभी-कभी ‘यदि’ नहीं भी आता है लेकिन ‘तो’ जरूर आएगा।
हेतु का अर्थ – कारण
(b) यदि राम आता तो लक्षण आता।
(c) यदि स्वास्थ्य अच्छा रहता तो लिख पाता।
(d) यदि मेहनत करता तो उत्तीर्ण होता।
(e) यदि खाना खाता तो घर जाता।
(2) वर्तमान काल (Vartman Kal in hindi)
वर्तमान काल किसे कहते हैं :-
‘कथन के क्षण’ के साथ होने वाले क्रिया व्यापार को वर्तमान काल कहते हैं।
वर्तमान काल के भेद (kal ke bhed) :-
वर्तमान काल चार प्रकार का होता है –
(i). सामान्य वर्तमान काल –
सामान्य वर्तमान काल किसे कहते हैं :-
‘कथन के क्षण’ के साथ सामान्य रूप से होने वाले क्रिया व्यापार को सामान्य वर्तमान काल कहते हैं।
पहचान – ता है, ती है, ते हैं
(a) बालक पढ़ता है।
(b) लड़कियाँ पढ़ती हैं।
(c) बच्चा खेलता है।
(d) लड़का पाठ पढ़ता है।
(e) लड़की पाठ पढ़ती है।
(f) मोहन पुस्तक पढ़ता है।
(g) सीता पुस्तक पढ़ती है।
(h) वो पुस्तक पढ़ती है।
(i) गाँव वाले नहाते हैं।
(ii). अपूर्ण वर्तमान काल –
अपूर्ण वर्तमान काल की परिभाषा :-
इससे यह पता चलता है कि क्रिया वर्तमानकाल मंे हो रही है तथा उसकी समाप्ति की अभी कोई सूचना नहीं है, वहाँ अपूर्ण वर्तमान काल होता है।
पहचान – रहा है, रही है, रहे हैं/हूँ/हो।
जैसे –
(a) बालक पढ़ रहे हैं।
(b) लड़कियाँ खाना खा रही हैं।
(c) वे घर जा रही हैं।
(d) मोहन पत्र लिख रहा है।
(e) सीता पत्र लिख रही है।
(f) सीता पुस्तक पढ़ रही है।
(iii). संदिग्ध वर्तमान काल –
संदिग्ध वर्तमान kal kise kahate hain :-
जिससे क्रिया के होने में संदेह प्रकट हो, पर उसकी वर्तमानता में संदेह न हो।
पहचान – ता होगा, ती होगी, ते होंगे।
जैसे –
(a) बालक पढ़ता होगा।
(b) वे खेलते होंगे।
(c) शायद हमारी कोई बात सुनता हो
(d) लड़कियाँ पढ़ती होगी।
(iv). आज्ञार्थक वर्तमान काल –
आज्ञार्थक वर्तमान काल की परिभाषा :-
क्रिया के जिस रूप के द्वारा जारी समय में अर्थात् वर्तमान काल में आज्ञा देने का बोध हो, वहाँ आज्ञार्थक वर्तमान काल हाेता है।
पहचान – ए, ओ (आज्ञा दी जाती है।)
जैसे –
(a) बच्चों तुम खेलो।
(b) राम तू इधर आ।
(c) लड़की तू बाहर जा।
(d) बच्चों तुम खेलो।
(e) गीता तू बाहर जा।
(f) सीता तू इधर आ।
अथवा – कथन के क्षण के साथ आज्ञा देने का भाव हो, वहाँ आज्ञार्थक वर्तमान काल होगा।
(3) भविष्यत् काल (Kal in Hindi)
‘कथन के क्षण’ के बाद होने वाले क्रिया व्यापार को भविष्यत् काल कहते हैं।
भविष्यत काल के भेद :-
भविष्यत् काल चार प्रकार का होता है
(i). सामान्य भविष्यत् काल
‘कथन के क्षण’ के बाद होने वाले सामान्य रूप से होने वाले क्रिया व्यापार को सामान्य भविष्यत् काल कहते हैं।
पहचान – गा, गी, गे।
(a) वह आएगा।
(b) वह आज खाना खाएगा।
(c) वह पत्र लिखेगी।
(ii). संभाव्य भविष्यत् काल –
‘कथन के क्षण’ के बाद कार्य होने की संभावना हो।
पहचान – भविष्यकाल की क्रिया में ‘संभवत:’ या ‘शायद’ शब्द होगा।
(a) संभवत: परीक्षा नवंबर में हाेगी।
(b) शायद कल वर्षा होगी।
(c) संभवत: चाँद 9 बजे दिखाई देगा।
(d) शायद राम कल आएगा।
(e) संभवत: परिणाम जनवरी में आएगा।
(f) संभवत: कोरोना अक्टूबर में समाप्त हो जाएगा।
(iii). सातत्य बोधक भविष्यकाल –
सातत्य
↓
सतत + य (प्रत्यय)
↓
निरन्तर
वह क्रिया व्यापार, जिसमें आगे भी कार्य जारी रहेगा।
पहचान – ‘इएगा’, रहेगी।
(a) आप पढ़ते रहिएगा।
(b) बेटी आपकी सेवा करती रहेगी।
(c) आप उत्कर्ष संस्थान में आते रहिएगा।
(d) आप मिलते रहिएगा।
(e) जवान देश की सेवा करते रहेंगे।
(f) आप लिखते रहिएगा।
(g) मैं आपका आभारी रहूँगा।
(h) आप खेलते रहिएगा।
(i) आप हमारे से मिलते रहिएगा।
(iv). हेतुहेतुमद् भविष्यत् काल –
भविष्यत् काल की वह क्रिया, जिसमें एक क्रिया दूसरी क्रिया पर निर्भर रहती है।
पहचान – यदि – तो।
जैसे –
(a) यदि वर्षा होगी, तो फसल अच्छी होगी। (हेतुहेतुमद् भविष्यत् काल)
(b) यदि वर्षा होती, तो फसल अच्छी होती (हेतुहेतुमद् भूतकाल)
काल किसे कहते हैं? Worksheet
Q.1
निम्न में से अपूर्ण वर्तमान काल का वाक्य है-
1
लड़कियाँ खाना खा रही है।
2
राम तू इधर आ।
3
वे खेलते होंगे।
4
लड़कियाँ पढ़ती है।
Solution
- लड़कियाँ खाना खा रही है। (अपूर्ण वर्तमान काल)
- राम तू इधर आ। (आज्ञार्थक वर्तमान काल)
- वे खेलते होंगे। (संदिग्ध वर्तमान काल)
- लड़कियाँ पढ़ती है। (सामान्य वर्तमान काल) अपूर्ण वर्तमान काल – जब क्रिया के व्यापार के अपूर्ण होने अर्थात् क्रिया के चलते रहने का बोध होता है, वहाँ अपूर्ण वर्तमान काल होता है।पहचान – वाक्य में ‘रहा है’, ‘रही है’, ‘रहे हैं।’ लगा हुआ होता है।
Q.2
‘आप पढ़ते रहिएगा।’ वाक्य में क्रिया का काल है-
1
हेतुहेतुमद् भविष्यत् काल
2
संभाव्य भविष्यत् काल
3
सामान्य भविष्यत् काल
4
सातत्य बोधक भविष्यत् काल
Solution
आप पढ़ते रहिएगा। (सातत्य बोधक भविष्यत् काल)
सातत्य बोधक भविष्यत् काल – इस काल में आगे भी कार्य जारी रहने का बोध होता है। पहचान – ‘इएगा’
Q.3
‘यदि भरत पढ़ता तो उत्तीर्ण होता।’ प्रयुक्त वाक्य में कौन-सा काल है?
1
हेतुहेतुमद् भूतकाल
2
संदिग्ध भूतकाल
3
पूर्ण भूतकाल
4
अपूर्ण भूतकाल
Solution
‘यदि भरत पढ़ता तो उत्तीर्ण होता।’ प्रयुक्त वाक्य में हेतुहेतुमद् भूतकाल है।हेतुहेतुमद् भूतकाल – इस काल में दो क्रिया होती है। एक क्रिया दूसरी क्रिया पर आश्रित रहती है।
पहचान – प्राय: वाक्य यदि – तो से जुड़ा रहता है। कभी-कभी यदि नहीं होता है। सिर्फ वाक्य ‘तो’ से ही जुड़ा रहता है।
Q.4
पूजा पूजा कर रही है। वाक्य में काल है –
1
सामान्य वर्तमान काल
2
अपूर्ण वर्तमान काल
3
संभाव्य वर्तमान काल
4
संदिग्ध वर्तमान काल
Solution
पूजा पूजा कर रही है। वाक्य में अपूर्ण वर्तमान काल है।
- अपूर्ण वर्तमान काल – रहा है, रही है, रहे है (पूर्ण नहीं हुई)
- वह कार्य जो वर्तमान में अपूर्ण है, निरंतर चल रहा है। जैसे – वह इधर ही आ रहा है।
Q.5
‘इस समय वह खाना पका रही होगी।’ वाक्य में कौन-सा काल है?
1
सामान्य वर्तमान काल
2
संभाव्य वर्तमान काल
3
संदिग्ध वर्तमान काल
4
अपूर्ण वर्तमान काल
Solution
‘इस समय वह खाना पका रही होगी।’ वाक्य संदिग्ध वर्तमान काल का उदाहरण है।
- संदिग्ध वर्तमान काल – ता होगा, ती होगी, ते होगे, रहा होगा, रहे होगे। हो भी सकता है और नहीं भी जैसे – वह नाचती होगी।
Q.6
‘वह मुझे पत्र अवश्य लिखेगी।’ वाक्य में काल है –
1
संभाव्य भविष्यत्
2
सामान्य भविष्यत्
3
आज्ञार्थ भविष्यत्
4
उपर्युक्त में से कोई नहीं
Solution
‘वह मुझे पत्र अवश्य लिखेगी।’ वाक्य में सामान्य भविष्यत् काल है।
- सामान्य भविष्यत् काल – (एगा, एगी, एंगे) जैसे – हम घूमने जाएंगे।
Q.7
‘परीक्षा होगी तो परीक्षा देंगे।’ वाक्य में काल है-
1
संभाव्य भविष्यत्
2
आज्ञार्थ भविष्यत्
3
सामान्य भविष्यत्
4
हेतुहेतुमद् भविष्यत्
Solution
‘परीक्षा होगी तो परीक्षा देंगे।’ वाक्य में हेतुहेतुमद् भविष्यत् काल है।
- हेतुहेतुमद् भविष्यत् काल – कारण (हेतु) कारण (हेतु) (शर्त) भविष्यत् होना है।
- इसमें एक क्रिया का होना दूसरी क्रिया के होने पर निर्भर करता है। जैसे – वह बजाए तो मैं नाचूँ।
Q.8
‘अविनाश ने गाना गाया।’ वाक्य में कौन-सा काल है?
1
आसन्न भूतकाल
2
सामान्य भूतकाल
3
पूर्ण भूतकाल
4
अपूर्ण भूतकाल
Solution
‘अविनाश ने गाना गाया।’ वाक्य में सामान्य भूतकाल है।
- सामान्य भूतकाल – क्रिया के जिस रूप में बीते हुए समय का ज्ञान न हो, उसे सामान्य भूतकाल कहते हैं। जैसे – कुसुम घर गयी।
Q.9
राम आया है। वाक्य में काल है –
1
सामान्य भूतकाल
2
अपूर्ण भूतकाल
3
आसन्न भूतकाल
4
पूर्ण भूतकाल
Solution
राम आया है। वाक्य में आसन्न भूतकाल है। – आसन्न भूतकाल
- आसन्न – निकट भूतकाल (पूर्णवर्तमान काल) क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि क्रिया अभी कुछ समय पहले ही पूर्ण हुई है, उसे आसन्न भूतकाल कहते हैं। जैसे – बच्चे आये हैं, मैं पढ़कर आई हूँ।
Q.10
‘मैं आपको हिन्दी पढ़ाता हूँ।’ वाक्य में कौन-सा काल है?
1
भविष्य काल
2
वर्तमान काल
3
भूतकाल
4
उपर्युक्त में से कोई नहीं
Solution
‘मैं आपको हिन्दी पढ़ाता हूँ।’ वाक्य में वर्तमान काल में सामान्य वर्तमान काल का उदाहरण है।
- वर्तमान काल – क्रिया के जिस रूप से वर्तमान समय में क्रिया का होना पाया जाए, उसे वर्तमान काल कहते हैं।
वर्तमान काल के पाँच भेद हैं-
(1) सामान्य वर्तमान काल – ता है, ती है, ते हैं।
जैसे – वर्षा शोर करती है।
(2) संभाव्य वर्तमान काल – ता हो, ती हो, या हों, ई हो।
जैसे – शायद पिताजी आए हो।
(3) संदिग्ध वर्तमान काल – ता होगा, ती होगी, ते होगे, रहा होगा, रही होगी, रहे होंगे। (हो भी सकता है और नहीं भी)
जैसे – श्याम पत्र लिखता होगा।
(4) अपूर्ण वर्तमान काल – रहा है, रही है, रहे हैं (पूर्ण नहीं हुई)
(5) आज्ञार्थ वर्तमान काल – वर्तमान काल ही वह क्रिया जिसमें आज्ञा का अर्थ हो।
जैसे – आप पानी पीजिए।
Q.11
‘सीता ने पत्र पढ़ा है।’ वाक्य में क्रिया का काल है-
1
सामान्य भूतकाल
2
आसन्न भूतकाल
3
पूर्ण भूतकाल
4
अपूर्ण भूतकाल
Solution
- ‘सीता ने पत्र पढ़ा है।’ – आसन्न भूतकाल है।
- आसन्न भूतकाल – क्रिया का व्यापार शुरू तो हुआ लेकिन अभी-अभी कुछ समय पूर्व ही समाप्त हुआ है, वहाँ आसन्न भूत काल होता है।
- पहचान – सामान्य भूत के आगे ‘है’ / ‘हैं’ लगा हुआ होता है।
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विशेषण | वाच्य |
क्रिया | काल |
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क्रिया विशेषण | मुहावरे |
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काल से सम्बंधित FaQ
काल किसे कहते हैं इसके कितने भेद है?
“क्रिया का वह रूपांतरण जिससे क्रिया के व्यापार और उसकी पूर्ण या अपूर्ण अवस्था का बोध होता है, काल कहलाता है।” इसके तीन भेद है।
काल का परिभाषा क्या होगा?
“क्रिया का वह रूपांतरण जिससे क्रिया के व्यापार और उसकी पूर्ण या अपूर्ण अवस्था का बोध होता है, काल कहलाता है।” इसके तीन भेद है।
वर्तमान काल के भेद कितने होते हैं?
वर्तमान काल के भेद 4 होते हैं।
भूतकाल के भेद कितने होते हैं?
छः